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बलिया- चुनाव में पिछड़ा सरकारी दफ्तरों का काम, पेंड़िग वर्क 31 मार्च तक पूरा करने के निर्देश जारी

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बलियाः वित्तीय वर्ष की आखिरी तारीख 31 मार्च नजदीक है। ऐसे में सरकारी कार्यालयों अपने लक्ष्य को पूरा करने में जुटे हुए हैं। इस बार चुनाव के चलते लगी आचार संहिता के कारण काम काफी प्रभावित हुआ और सरकारी कार्यालय के कई कार्य पिछड़ गए। लिहाजा अब सरकारी अमला लक्ष्य की पूर्ति के लिए तत्परता से काम कर रहा है।

छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक, सबका फोकस सरकारी कार्यों पर जल्द से जल्द पूरा करने पर है। आला अफसरों ने सरकारी कर्मचारियों को हिदायत भी कि 31 मार्च के अब चंद दिन शेष है। ऐसे में काम में हीलाहवाली न बरतें,  दिन-रात मेहनत कर काम को निपटाएं।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के कारण सरकारी कार्यलाय का काम पिछड़ गया। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही कलेक्ट्रेट के कर्मचारी-अधिकारी पूरी तरह चुनाव प्रकिया को पूरा करने में लग गए थे। लगभग डेढ़ महीने से विभागीय व जनहित के काम बंद रहे। मतगणना हुई तो सभी कर्मचारी दफ्तरों की टेबलों पर नजर आए।

अब कार्यों को तय समय पर पूरा करने के लिए लगातार बैठकों का दौर भी जारी है। सोमवार को ही विकास भवन में सीडीओ प्रवीण वर्मा तो पुलिस कार्यालय में एसपी राजकरन नय्यर बैठक कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो एक-दो दिनों में.कमिश्नर व डीआईजी भी जिले में बैठक करने के लिए आने वाले है।

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बलिया में पॉक्सो के आरोपी को 12 वर्ष का सश्रम कारावास, प्रभावी पैरवी से हुआ न्याय

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उत्तर प्रदेश पुलिस के पुलिस महानिदेशक द्वारा संचालित विशेष अभियान “ऑपरेशन कन्विक्शन” के अंतर्गत बलिया जिले में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के निर्देशन में मॉनिटरिंग सेल और अभियोजन विभाग की प्रभावशाली पैरवी के चलते पाक्सो एक्ट से जुड़े एक गंभीर मामले में आरोपी को कठोर सजा सुनाई गई है।

मामला थाना गड़वार क्षेत्र का है, जहां वर्ष 2020 में पुलिस ने आरोपी संतोष यादव पुत्र राम इकबाल यादव, निवासी कुरेजी, थाना गड़वार, को भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366 और पाक्सो एक्ट की धारा 4 के तहत गिरफ्तार किया था।

विशेष न्यायाधीश, पाक्सो एक्ट कोर्ट संख्या-8, बलिया ने आरोपी को दोषी पाते हुए धारा 4 पाक्सो एक्ट के तहत 12 वर्ष का सश्रम कारावास और ₹10,000 के अर्थदंड की सजा सुनाई है। अर्थदंड अदा न करने की स्थिति में उसे 6 माह का अतिरिक्त सश्रम कारावास भुगतना होगा।

इसके अतिरिक्त, न्यायालय ने आरोपी को धारा 366 के अंतर्गत 7 वर्ष का सश्रम कारावास और ₹5,000, तथा धारा 363 के अंतर्गत 5 वर्ष का सश्रम कारावास और ₹5,000 के जुर्माने से दंडित किया है। इन दोनों मामलों में अर्थदंड न अदा करने की स्थिति में 3-3 माह का अतिरिक्त कारावास भी भुगतना होगा।

इस मुकदमे में अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी राकेश पांडेय ने प्रभावशाली ढंग से पक्ष रखा, जिसके फलस्वरूप न्याय सुनिश्चित हो सका। यह सजा न सिर्फ कानून के शासन को सुदृढ़ करती है, बल्कि “ऑपरेशन कन्विक्शन” की गंभीरता और प्रभावशीलता को भी दर्शाती है।

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बलिया में फ्रंट ऑफिस खोलने के प्रस्ताव का विरोध, स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखक धरने पर बैठे

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उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में रजिस्ट्री कार्यालय में फ्रंट ऑफिस खोले जाने के प्रस्ताव के खिलाफ विरोध तेज़ हो गया है। शनिवार को स्टांप वेंडरों और दस्तावेज़ लेखकों ने उप निबंधक कार्यालय परिसर में धरना दिया और प्रस्ताव का विरोध जताया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कदम से रजिस्ट्री कार्यालय का निजीकरण बढ़ेगा, जिससे उनका पारंपरिक रोजगार खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले ही लगभग 85 प्रतिशत स्टांप वेंडर बेरोजगार हो चुके हैं और फ्रंट ऑफिस खुलने से लाखों परिवारों की रोज़ी-रोटी पर संकट आ सकता है।

इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शनकारियों ने ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्हें स्थानीय अधिवक्ता संघ का समर्थन भी प्राप्त हो गया है। वेंडरों और दस्तावेज़ लेखकों ने सरकार से मांग की है कि फ्रंट ऑफिस में उनकी भूमिका को स्पष्ट किया जाए और उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। उन्होंने सरकार से फ्रंट ऑफिस खोलने का प्रस्ताव तत्काल वापस लेने की अपील की है।

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नई दिल्ली में युवा चेतना द्वारा आयोजित हुआ आदि गुरु शंकराचार्य जयंती समारोह

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नई दिल्ली के प्रतिष्ठित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह का आयोजन ‘युवा चेतना’ संस्था के तत्वावधान में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह, सांसद नीरज शेखर, भाजपा प्रवक्ता डॉ. संजय मयुख, युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह समेत अनेक प्रमुख हस्तियों ने संयुक्त रूप से किया।

सभी अतिथियों ने आदि गुरु शंकराचार्य के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य सनातन धर्म की आधारशिला हैं और उनके आदर्शों को आत्मसात करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शंकराचार्य जयंती पर घोषित अवकाश और स्वामी करपात्री जी के सम्मान में जारी डाक टिकट के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आदि गुरु को ‘सनातन धर्म का सूर्य’ बताया और कहा कि उनका योगदान अखंड भारत की परिकल्पना को साकार करने में अतुलनीय रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार भी शंकराचार्य जी के विचारों को दिशा के रूप में लेकर कार्य कर रही है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य ने भारत को वैचारिक और आध्यात्मिक दिशा दी, जिसकी गूंज आज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की ओर बढ़ रहा है।

पूर्व न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह ने कहा कि भारतवर्ष आदि गुरु शंकराचार्य का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में सभी मतों और विचारों के लिए स्थान है, जो इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। सांसद नीरज शेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को आदि गुरु के सपनों का राष्ट्र बताते हुए उनके विचारों को यथार्थ में बदलने की दिशा में हो रहे प्रयासों की सराहना की।

भाजपा प्रवक्ता डॉ. संजय मयुख ने कहा कि सनातन धर्म के विरोध में बोलने वाले कभी सफल नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंच पर आज भारत की सनातन परंपरा सम्मान प्राप्त कर रही है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी ने सनातन परंपरा को कमज़ोर करने का प्रयास किया, वहीं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह परंपरा और अधिक सशक्त हुई है। उन्होंने भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण के लिए ‘युवा चेतना’ की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस अवसर पर बिहार विधान परिषद की सदस्य निवेदिता सिंह सहित डॉ. विनोद डोगरा, डॉ. मारूफ चौधरी, रंजीत चौधरी, गोपाल झा, सुरेंद्र कुशवाहा, आदर्श पासवान, राजमल जैन, रोहित चौधरी सहित अनेक प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे।

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