Connect with us

बलिया

बलिया में डेंगू का कहर, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

Published

on

बलिया में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है और विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। विभाग ने डेंगू के इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्था की है। डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि डेंगू से प्रभावित ग्राम 120 हैं। प्रभावित ब्लॉक 17 और नगरीय वार्डों की संख्या 27 है। डेंगू से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विजयपति द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम के साथ ही सभी ब्लॉकों में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। बताया कि संक्रामक रोगों के समुचित नियंत्रण, उपचार एवं जनसामान्य की सुविधा हेतु जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्य करेंगे।

जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम नंबर 8865911854,9455280838,9170000085,8005192638, ब्लॉक मुख्यालय कंट्रोल रूम नंबर- बैरिया 9415846059, हनुमानगंज 8960060596, मनियर 9506095505, रसड़ा 7355994728, बांसडीह 7905762407, बेलहरी 8809313242, बेरू वारबारी 8368771577, मुरलीछपरा 9334718694, नगरा 8542867522,नवानगर 9110111548,पंदह 8368217941, चिलकहर 8851950068,दुबहर 8860664178,गड़वार 7800423466,रेवती 9540537794,सियर 9839305825 एवं सोहाव 7518730224 है।

डॉक्टरों का कहना है कि बुखार होने पर बिल्कुल न घबराएं,सही समय पर जांच और उचित उपचार करवाएं। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि डेंगू के लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों में दर्द, तेज़ बुखार, मसूड़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, दस्त आदि हैं। ये लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Advertisement        
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बलिया

बलिया के होटल में महिला की हत्या के मामले का पर्दाफाश, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

Published

on

बलिया के महावीर लाज में 30 मार्च को हुई महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी जमील अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पहचान गाजीपुर निवासी 29 वर्षीय नेहा परवीन के रूप में हुई है, जिसकी शादी घनी गांव निवासी हामिद से हुई थी।

जांच में सामने आया है कि आरोपी जमील अहमद ने नेहा को होटल में बुलाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना बलिया सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे स्टेशन के सामने स्थित महावीर लाज में घटित हुई। होटल रजिस्टर के अनुसार, 28 मार्च को दोनों ने पति-पत्नी के रूप में कमरा बुक किया था।

30 मार्च को दोपहर के बाद से कमरे का दरवाज़ा नहीं खुला, जिससे लाज प्रबंधन को शक हुआ। शाम 7 बजे पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों ने जब दरवाज़ा खोला तो अंदर का दृश्य बेहद खौफनाक था—कमरे और बाथरूम में खून फैला हुआ था।

नेहा का शव कमरे में पड़ा था, जबकि जमील अहमद की कलाई की नसें कटी हुई थीं। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर और नगर क्षेत्राधिकारी श्यामकांत के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई सामने लाई जा सके।

Continue Reading

featured

बलिया के हिमांशु ने लंबे सघर्ष के बाद पास की IBPS SO परीक्षा, प्रेरणादायक है उनकी सफलता की कहानी

Published

on

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। बलिया के हिमांशु राय ने इन पंक्तियों को चारितार्थ करके दिखाया है। उन्होंने लंबे संघर्ष के बाद IBPS SO की परीक्षा में उच्चतम अंक हासिल कर सफलता हासिल की। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद उनका चयन पंजाब नेशनल बैंक में हुआ है, जो उनके करियर की एक नई शुरुआत साबित होगी।

अजीत कुमार राय के पुत्र हिमांशु राय का जीवन एक प्रेरणा है। बचपन से ही मेधावी रहे हिमांशु ने अपनी शिक्षा में कभी भी समझौता नहीं किया। 2014 में उन्होंने ज्ञान कुंज अकादमी से कॉमर्स में इंटरमीडिएट की परीक्षा में लगभग 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसके बाद, उन्होंने BHU से बी.कॉम में प्रथम श्रेणी से सफलता हासिल की और MBA (MAT) की परीक्षा पास की। इसके साथ ही UGC NET की परीक्षा भी उत्तीर्ण की और HDFC बैंक में नौकरी प्राप्त की।

हालांकि, जीवन की राह में आ रही कठिनाइयों ने हिमांशु को कभी हार मानने नहीं दिया। कोरोना महामारी के कारण उन्हें अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कुछ समय तक कॉलेज में पढ़ाना शुरू किया। इस दौरान, उन्होंने अपने परिवार की दुकान में भी मदद की और घर में मां का ख्याल रखते हुए रात में अपनी पढ़ाई जारी रखी।

संगर्ष की इस लंबी यात्रा में, हिमांशु ने कई बार सफलता के काफी करीब जाकर असफलता का सामना किया, लेकिन उनकी मेहनत और हिम्मत ने उन्हें 1 अप्रैल को शानदार सफलता दिलाई। हिमांशु अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता श्री अजीत कुमार राय के मार्गदर्शन और संघर्ष, और अपनी मां श्रीमती संगीता राय के त्याग को देते हैं। वे कहते हैं, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे संघर्ष से लड़ने और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।”

हिमांशु ने अपनी मौसी, जिन्हें वह छोटी माता के नाम से बुलाते हैं, को भी इस सफलता का अहम श्रेय दिया। इसके अलावा, उनकी एक मित्र संध्या ने इस परीक्षा में उनका अनमोल साथ दिया, जिन्होंने न केवल पढ़ाई में मदद की बल्कि परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी में भी मार्गदर्शन किया। हिमांशु का मानना है कि संध्या के सहयोग के बिना यह सफलता संभव नहीं थी।

आखिरकार, हिमांशु ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार, रिश्तेदारों और बाजार के सभी लोगों को दिया, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया। उनकी यह कहानी यह सिद्ध करती है कि सही मार्गदर्शन, कड़ी मेहनत, और कभी हार न मानने का जज्बा किसी भी मुश्किल को पार कर सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच सकता है।

Continue Reading

बलिया

बलिया में आयुष्मान योजना में धोखाधड़ी को लेकर ईडी ने की छापेमारी, तीन गाड़ियों में आई टीम को देखकर मचा हड़कंप

Published

on

बलिया जिले के खेजुरी थाना क्षेत्र के खेजुरी बाजार में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने अचानक छापेमारी की। तीन गाड़ियों में आई टीम को देख स्थानीय लोग पहले असमंजस में पड़ गए, लेकिन बाद में मामले को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया। करीब सुबह 9 बजे ईडी की टीम मकान के अंदर दाखिल हुई, और छापेमारी की कार्रवाई तब तक जारी रही जब तक समाचार लिखे जा रहे थे।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी झारखंड में आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले में की गई है। आरोप है कि कुछ लोगों ने बिना किसी चिकित्सा सेवा के, महज कागजी दावों के आधार पर योजना के तहत लाखों रुपये का भुगतान हासिल किया। सूत्रों का कहना है कि ईडी ने इस धोखाधड़ी की जांच के बाद यह कार्रवाई शुरू की, जिसके तहत खेजुरी बाजार स्थित इस मकान पर छापे मारे गए।

मकान के मालिक हरेराम यादव पहले सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के एक मेडिकल स्टोर के मालिक थे। उनके दो बेटे आयुष्मान योजना से जुड़ी कार्यवाही में सक्रिय हैं—एक झारखंड में और दूसरा मऊ जिले में कार्यरत है। बताया जा रहा है कि ईडी ने आयुष्मान योजना के तहत बिना इलाज किए गए दावों की जांच के बाद इस परिवार के खिलाफ छानबीन तेज की है।

हालांकि, बलिया के अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। ईडी की यह छापेमारी आयुष्मान योजना में कथित धोखाधड़ी के मामलों में एक और महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जिसके परिणामों का अब इंतजार किया जा रहा है।

Continue Reading

TRENDING STORIES

error: Content is protected !!