बलिया
बलिया में तिरंगे के सम्मान की किसे कितनी परवाह है, रेलवे स्टेशन पर जाकर देख लें!

बलिया डेस्क : बलिया को एक नई पहचान दिलाने वाले माडल स्टेशन पर तिरंगे की हालत अगर आप इन दोनों जाकर देख लें तो आपको अंदाज़ा हो जाएगा कि हमारे सियासतदानों के दिल में तिरंगे के प्रति कितना सम्मान है।
इसकी हालत देख आपको इनके राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रवाद के दावे और समर्पण खोखले नज़र आएँगे। आपको याद होगा कि लंबी प्रतीक्षा के बाद जब मॉडल रेलवे स्टेशन बलिया पर तिरंगा लहरा तो बलियावासी गदगद हो गए थे .
लेकिन अफसोस 7 महीने बाद ही तिरंगा क्षतिग्रस्त हो गया, आश्चर्य की बात तो यह है कि तिरंगे पर न तो रेलवे के किसी अधिकारी की नजरें इनायत हुई और न ही बागी बलिया का दंभ भरने वाले किसी बलियावासी समाजसेवी की.
आलम यह है कि माडल रेलवे स्टेशन परिसर में लगा 110 फीट का तिरंगा आज अपनी हालत पर आंसू बहाने को विवश है. लेकिन उसको दुरूस्त और व्यवस्थित करने की कोई जहमत नहीं उठा रहे हैं.
गौरतलब हो कि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर, राज्यसभा सदस्य राम सकलदीप राजभर, मंत्री उपेंद्र तिवारी, मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल, विधायक सुरेन्द्र सिंह व डीआरएम बीके पंजियार की मौजूदगी में बीते 12 अक्टूबर 2019 को इसका उद्घाटन किया गया था.
बलिया की गौरवमयी इतिहास में एक विशेष दिन दर्ज होने के साथ-साथ बलिया की पहचान को भी एक नया आयाम मिला था, लेकिन अफसोस मुश्किल से एक साल बीता नहीं कि तिरंगा क्षतिग्रस्त हो गया. कहना गलत नहीं होगा कि शान-ए-तिरंगा कभी भी धराशायी हो सकता है यदि समय रहते इस पर नजरें इनायत न किया जाए तो.













बलिया
बलिया से वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप, भाजपा नेता पर गंभीर आरोप

बलिया से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तीव्र आलोचना का विषय बना हुआ है। यह दृश्य इतना आपत्तिजनक और अशोभनीय बताया जा रहा है कि इसे सार्वजनिक रूप से प्रसारित किया जाना भी संभव नहीं है। वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति की पहचान रसड़ा चीनी मिल के चेयरमैन एवं भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बब्बन सिंह रघुवंशी के रूप में की गई है। उल्लेखनीय है कि श्री रघुवंशी पूर्व में बांसडीह से भाजपा के प्रत्याशी भी रह चुके हैं।
वीडियो में बब्बन सिंह एक महिला कलाकार के साथ अनुचित आचरण करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह दृश्य न केवल सामाजिक शिष्टाचार की सीमाएं लांघता है, बल्कि राजनीतिक मर्यादा पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। हैरानी की बात यह है कि जिस वक्त यह सब हो रहा था, वहां मौजूद अन्य लोग मूकदर्शक बने रहे और किसी ने भी इस अनुचित व्यवहार का विरोध नहीं किया।
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी चिंता की लहर दौड़ा दी है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या राष्ट्रीय दलों में उम्मीदवारों का चयन और पदों की जिम्मेदारी सौंपते समय आचरण और चरित्र की कोई कसौटी नहीं अपनाई जाती? ऐसे मामलों से न केवल पार्टी की साख प्रभावित होती है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की भी अवमानना होती है।
यह मामला अब जनचर्चा और राजनीतिक बहस का विषय बन गया है, और लोग मांग कर रहे हैं कि पार्टी नेतृत्व इस पर स्पष्ट रुख अपनाए और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करे।
बलिया
जमुना राम मेमोरियल स्कूल का बोर्ड परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत, मेधावी छात्रों ने बढ़ाया स्कूल का मान

सीबीएसई द्वारा आयोजित वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी होते ही जमुना राम मेमोरियल स्कूल में हर्ष की लहर दौड़ गई। विद्यालय ने एक बार फिर शत-प्रतिशत सफलता प्राप्त कर शिक्षा जगत में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
हाई स्कूल में दीप्ति वर्मा ने 92% अंक अर्जित कर टॉपर का खिताब हासिल किया। उनके साथ आयुष वर्मा (91%), उत्कर्ष यादव (90%), प्रतीक्षा मिश्रा (90%), अंशिका सिंह (89%), पीयूष सिंह (88.3%), अनुष्का सिंह (87.6%), आलोक यादव (87.1%) और विंध्यवासिनी सिंह (86.01%) ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विद्यालय का नाम रोशन किया।
इंटरमीडिएट वर्ग में जीव विज्ञान समूह से कुश कुमार पांडे ने 94% अंक लाकर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। वहीं गौरव प्रताप सिंह (85.2%), दिवाकर उपाध्याय (85%), निखिल यादव (84.02%), श्रुति गुप्ता (80.2%), मीनल (80.2%) और वाणिज्य वर्ग से आयुष राय (80%) ने शानदार अंक अर्जित किए।
विद्यालय में टॉप करने वाले इन मेधावी छात्रों को पुष्पमाला पहनाकर तथा मिठाई खिलाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उनके अभिभावक भी मौजूद रहे, जिन्होंने अपने बच्चों की सफलता पर गर्व व्यक्त किया।
विद्यालय के प्रबंध निदेशक श्री तुषार नंद एवं प्रधानाचार्य श्री एवरी केवी ने छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें भविष्य में और भी ऊँचाइयों को छूने के लिए प्रेरित किया।
बलिया
बलिया में पॉक्सो केस पर बड़ा फैसला, दोषी को 25 साल की सजा और जुर्माना

बलिया जनपद की एक विशेष पॉक्सो अदालत ने एक संवेदनशील मामले में बड़ा निर्णय सुनाया है। पॉक्सो एक्ट कोर्ट संख्या-8 के विशेष न्यायाधीश ने आरोपी छोटू सिंह को गंभीर अपराध का दोषी मानते हुए 25 वर्षों के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी बलिया जिले के चितबड़ागांव थाना क्षेत्र स्थित विशुनपुरा सुजायत गांव का निवासी है।
कोर्ट ने आरोपी को पॉक्सो एक्ट की धारा 4(2) के अंतर्गत दोषी पाते हुए ₹50,000 के जुर्माने के साथ 25 वर्ष का कठोर कारावास सुनाया है। जुर्माना न चुकाने की स्थिति में उसे 6 महीने की अतिरिक्त कैद भी भुगतनी होगी। इसके अतिरिक्त, धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत भी आरोपी को 2 वर्ष के कठोर कारावास और ₹1,000 के जुर्माने की सजा दी गई है। यह राशि न चुकाने पर 15 दिन की और सजा का प्रावधान रखा गया है।
यह सख्त कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस के ‘ऑपरेशन कनविक्शन’ के अंतर्गत की गई, जिसका उद्देश्य संगीन मामलों में समयबद्ध और प्रभावशाली न्याय सुनिश्चित करना है। एसपी श्री ओमवीर सिंह के निर्देशन में पुलिस की मॉनिटरिंग सेल और अभियोजन विभाग ने केस की कड़ी निगरानी और मजबूत पैरवी की। इस मामले में एडीजीसी राकेश पांडेय ने अभियोजन अधिकारी के रूप में प्रभावी ढंग से कोर्ट में पक्ष रखा, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को निर्णायक दिशा मिली।
-
featured3 weeks ago
बलिया के फेफना में बस्ती में लगी भीषण आग, दर्जनों परिवार बेघर, लाखों की संपत्ति खाक
-
featured2 weeks ago
बलिया में आंगनवाड़ी नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा उजागर, दो नियुक्तियां रद्द, लेखपाल पर होगी कार्रवाई
-
बलिया1 week ago
बलिया में शादी में हर्ष फायरिंग से दो घायल, एक की हालत गंभीर
-
बलिया3 weeks ago
बलिया के चंदायर में भीषण आग से उजड़े परिवारों को मिला मनोज और विनोद राजभर का सहारा
-
featured2 weeks ago
बलिया में फ्रंट ऑफिस खोलने के प्रस्ताव का विरोध, स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखक धरने पर बैठे
-
featured2 weeks ago
बलिया में लू की स्थिति, अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंचा
-
बलिया1 week ago
बलिया में ऐश्प्रा की शानदार पहल, वर्षों से बंद पड़े आरओ सिस्टम को कराया शुरू !
-
featured3 days ago
बलिया में ऑपरेशन क्लीन के तहत लावारिस वाहनों की नीलामी 18 मई को, जनता से भागीदारी की अपील