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EXCLUSIVE: अमित शाह से मुलाकात पर झूठ बोल रहे ओम प्रकाश राजभर, इस दिन पहुंचे थे दिल्ली!

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ओम प्रकाश राजभर और अमित शाह (फाइल फोटो साभार: सोशल मीडिया)

अभी-अभी तो उत्तर प्रदेश में सियासी तुफान थमा था। विधानसभा चुनाव के खत्म होने के बाद सूबे की सियासी फिज़ा में थोड़ी शांति थी। लेकिन राजनीतिक गलियारे में मौन छा जाए, तो वो उत्तर प्रदेश कैसा? लंतरानियों को किनारे रखकर मुद्दे पर आते हैं। शनिवार की दोपहरी चढ़ ही रही थी कि दिल्ली से एक ख़बर आई जिसने लखनऊ को झटका सा दे दिया। ख़बर आई कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भारतीय जनता पार्टी के साथ दोबारा गठबंधन कर सकते हैं। बात ये भी चली कि ओम प्रकाश राजभर और भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात भी हुई है।

सूत्रों के हवाले से ये ख़बर आई कि ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश में करारी हार के बाद एक बार फिर गुट बदलने के फिराक में हैं। कयासें लगाई जा रही हैं कि ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर अपने पुराने साझेदार भाजपा से हाथ मिलाने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए दिल्ली में ओम प्रकाश राजभर और भाजपा के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की बातें भी सामने आईं। इन बड़े नेताओं में खुद अमित शाह भी शामिल हैं।

ख़बर चली तो ओम प्रकाश राजभर का बयान भी सामने आया। मीडिया से ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि ये ख़बर निराधार है। उन्होंने कहा कि “सुभासपा और सपा का गठबंधन है और आगे भी रहेगा। हम 2022 चुनाव के नतीजों को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही 2024 के चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।” ओम प्रकाश राजभर ने यह भी कहा कि “हम सपा के साथ मिलकर ही 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।”

तो क्या दिल्ली में ओम प्रकाश राजभर और अमित शाह की मुलाकात हुई थी? क्या सपा गठबंधन की हार के बाद सचमुच ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर भाजपा की टोली में शामिल होने जा रहे हैं? भले ही ओम प्रकाश राजभर ने सिर्फ एक बयान में अमित शाह के साथ मुलाकात की ख़बर को खारिज कर दिया। लेकिन कहावत पुरानी है और प्रैक्टिकल भी। बगैर आग लगे कहीं धुआं तो उठता नहीं है।

17 मार्च को दिल्ली पहुंचे थे ओम प्रकाश राजभर:

ओम प्रकाश राजभर ने ज़ी मीडिया और कई अन्य चैनलों से कहा है कि “मैं पिछले 10 दिनों से लखनऊ में हूं। मैं दिल्ली नहीं गया था।” लेकिन गत गुरुवार यानी 17 मार्च के दिन ओम प्रकाश राजभर दिल्ली में थे। नई दिल्ली के शांगरी-ला इरोज होटल में ओम प्रकाश राजभर को देखा गया था।

शांगरी-ला इरोज होटल के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “ओम प्रकाश राजभर दोपहर 12 और साढ़े 12 बजे के बीच होटल आए थे। साथ में उनके बेटे अरविन्द राजभर भी थे हालांकि वो ज्यादा देर ठहरे नहीं थे। वो कुछ देर ठहरे हुए थे और फिर चले गए।” हमने होटल से आधिकारिक तौर पर 17 तारीख को दोपहर में आए लोगों की जानकारी मांगी। लेकिन जाहिर तौर पर निजता और होटल की नीतियों की वजह से जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं मिल सकी।

ऐसे में ओम प्रकाश राजभर का ये बयान गलत मालूम होता है कि वो पिछले 10 दिनों से लखनऊ में ही हैं और दिल्ली नहीं गए हैं। ओम प्रकाश राजभर ने ज़ी मीडिया के साथ बातचीत में कहा है कि “अमित शाह से मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई है। लेकिन समाज का हित होगा तो अमित शाह से जरूर मिलेंगे।” ये बयान ओम प्रकाश राजभर की भावी रणनीति को ओर इशारा कर रही है।

दिल्ली की सियासी गलियारों पर निगाह रखने वाले और भाजपा के आलाकमान पर पैनी नजर रखने वाले पत्रकारों का कहना है कि मुलाकात की ख़बर सही है। हालांकि अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है इसलिए इसे मीडिया में आने से बचाया जा रहा है। लेकिन एक बार फिर ओम प्रकाश राजभर दल-बल के साथ गठजोड़ बदलने की राह तलाश रहे हैं। इस दिशा में उन्होंने पहला कदम भी बढ़ा दिया है।

(फाइल फोटो साभार: सोशल मीडिया)

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आज बलिया पहुंचेंगे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सांसद सनातन पांडेय के पारिवारिक विवाह समारोह में लेंगे भाग

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पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 30 अप्रैल को बलिया का दौरा करेंगे। वे अमौसी एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के माध्यम से यात्रा करेंगे। उनका हेलीकॉप्टर बलिया जनपद के नगरा थाना क्षेत्र स्थित नवीन आदर्श इंटर कॉलेज, सलेमपुर के मैदान में बनाए गए हेलीपैड पर उतरेगा। वहां से वे सड़क मार्ग द्वारा पांडेयपुर के लिए रवाना होंगे।

अखिलेश यादव बलिया से सांसद सनातन पांडेय के आवास पर आयोजित विवाह समारोह में शामिल होंगे, जहां वे नवविवाहित दंपति को आशीर्वाद देंगे। समाजवादी पार्टी ने उनके इस दौरे का विस्तृत कार्यक्रम भी जारी कर दिया है।

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बलिया में लू की स्थिति, अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंचा

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उत्तर प्रदेश में पिछले सप्ताह झुलसाने वाली गर्मी के बाद अब लू की तीव्रता में थोड़ी कमी आई है। कई जगहों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। राजधानी लखनऊ में रविवार को अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रात का तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक, यानी 27.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

अगले 24 घंटे के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार लखनऊ में आसमान मुख्यतः साफ रहेगा या आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा। अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया, बहराइच, सुल्तानपुर और गाज़ीपुर में लू जैसी स्थितियाँ बनी रहीं। रविवार को बलिया में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.4 डिग्री अधिक था।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है, जबकि पूर्वी हिस्सों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वी यूपी के कुछ इलाकों में आंधी, बिजली गिरने और 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है।

राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान मुज़फ्फरनगर में 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

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बलिया के फेफना में बस्ती में लगी भीषण आग, दर्जनों परिवार बेघर, लाखों की संपत्ति खाक

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बलिया में शनिवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब फेफना कस्बे की राजभर बस्ती में अचानक आग भड़क उठी। तेज़ लपटों और धुएं ने कुछ ही मिनटों में दर्जनों झोपड़ियों को निगल लिया। लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक उनकी मेहनत की कमाई और आशियाने जलकर खाक हो चुके थे।

इस दर्दनाक घटना में झोपड़ियों में रखा घर का सारा सामान, कपड़े, अनाज, नकदी, गहने और मवेशी तक आग की भेंट चढ़ गए। आग की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिलेंडरों में विस्फोट के चलते आग ने न केवल झोपड़ियों को, बल्कि आसपास के पक्के मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया।

स्थानीय लोगों ने बाल्टी और पानी के जरिए आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक लपटें विकराल रूप ले चुकी थीं। किसी ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी, जिसके बाद दो टीमें मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी।

इस भीषण हादसे में सरल, अमावस, मुन्ना, चेतन, सोमारू, जुगुल, रामजी, श्रीराम, भीम, बुद्धू, भोला और मुकेश जैसे कई परिवारों के घर पूरी तरह जलकर बर्बाद हो गए। लाखों की संपत्ति और पशुधन नष्ट हो गया। सरल की 10 बकरियां और 2 भैंसें, वहीं अमावस की 5 बकरियां और 2 भैंसें जल गईं। एक भैंस झुलस गई है, जिसका इलाज चल रहा है। सभी के घरों में रखा अनाज—गेहूं और मसूर—भी जल गया।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और राजस्व विभाग को सूचित किया। पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे जीवन बिताने को मजबूर हैं और सरकारी मदद की बाट जोह रहे हैं।

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