Connect with us

featured

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे: बलिया और गाजीपुर में जमीन अधिग्रहण का काम पूरा, अब शुरू निर्माण कार्य

Published

on

बलिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों ग्राीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास होने के बाद अब जल्द ही काम शुरू होने वाला है। क्योंकि 90% भूमि अधिग्रहण होने के बाद अब कार्यदायी कंपनियों की ओर से जमीन का स्थलीय सत्यापन किया रहा है।

3 कार्यदायी कंपनियां सबसे पहले रेलवे ओवरब्रिज और पुल का निर्माण करेंगी फिर सड़क का काम शुरू होगा। क्योंकि पुल निर्माण में मौसम की बाधा नहीं आएगी। पूरे साल काम होता रहेगा। पुल निर्माण शुरू होने के बाद चिह्नित स्थलों पर रोड का काम भी शुरू होगा। गाजीपुर से मांझी घाट तक 2 ROB और नदियों पर 5 पुल भी बनाए जाएंगे

यूपी और बिहार सीमा पर सरयू नदी पर दो लेन का मांझी घाट पुल सबसे लंबा होगा, यहां एक टू लेन पुल पहले से है, इसके बगल में दूसरा पुल बनेगा। इसकी तुलना में अन्य पुलों और ROB की लंबाई कम रहेगी। गाजीपुर में 4 जबकि बलिया के हिस्से में कुल 3 ब्रिज आएंगे। 134 किलोमीटर 4 लेन सड़क बनने के बाद गाजीपुर-बलिया-मांझी घाट तक 2 टोल प्लाजा भी बनाए जाएंगे। कई स्थानों पर करीब 25 किलोमीटर सर्विस रोड का निर्माण होगा। वहीं NHAI आजमगढ़ के परियोजना निदेशक श्रीप्रकाश पाठक ने कहा कि बारिश के बाद ही सड़क निर्माण का काम शुरू होगा। गाजीपुर और बलिया दोनों जिलों में जमीन का अधिग्रहण हो चुका है।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का ब्लू प्रिंट- एक्सप्रेस-वे एनएच-29 (गोरखपुर-वाराणसी हाईवे) पर गाजीपुर बाईपास के पास जंगीपुर से शुरू होगा, जो करीमुद्दीनपुर, चितबड़ागांव, फेफना, माल्देपुर, हल्दी व बैरिया होते हुए चांददियर फिर मांझी घाट तक जाएगा। इसे बलिया शहर के बाहर से गुजारेंगे, इसके लिए बाईपास भी प्रस्तावित है। इस रूट पर एनएच-29 और एनएच-19 (गाजीपुर-बलिया-छपरा हाईवे) सीधे जुड़ रहे हैं।

वहीं 134.39 किलोमीटर लंबी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना 4 फेज में बनेगी और इसके लिए अलग-अलग निर्माण एजेंसी होंगी। चारों फेज के काम 2726.27 करोड़ रुपये की लागत से होंगे। निर्माण के लिए समय भी निर्धारित किया है। परियोजना को पूरा करने के लिए 15-20 महीने की समय सीमा रखी गई है। 31 अगस्त तक कंपनी चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई 60 मीटर होगी।

Advertisement        
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

featured

स्वर्गीय शिवकुमारी देवी जी के योगदान और उनके जीवन के आदर्शों को सच्ची श्रद्धांजलि

Published

on

मुजौना के पूर्व प्रधान श्री धर्मजीत सिंह जी (पति – स्वर्गीय शिवकुमारी देवी जी) बताते हैं कि, “मैं 17 साल तक प्रधान रहा और मेरी धर्मपत्नी 5 वर्ष तक प्रधान पद पर रहीं। उनका गांववासियों के साथ व्यवहार हमेशा एक परिवार की तरह था।” इसके बाद, श्री सिंह एक महत्वपूर्ण घटना का उल्लेख करते हुए बताते हैं, “1980 के दशक में भारत सरकार की पुनर्वास योजना के तहत, लगभग 20 बिगहा ग्राम समाज की भूमि पर गांववासियों को बसाने की प्रेरणा मुझे मेरी धर्मपत्नी से मिली। यह सरकारी योजना थी, लेकिन उस समय कई बाधाएं भी सामने आईं। बावजूद इसके, मुझे जो आत्मबल और सहयोग उनसे मिला, वह एक अनमोल अनुभव था।”

वह आगे कहते हैं, “गांववासियों का जो स्नेह हमें मिला, वह अभूतपूर्व था। प्रत्येक वर्ष जरूरतमंदों के बीच वस्त्र वितरण से लेकर आवश्यक सामग्रियों का वितरण, यह उनकी प्राथमिकता रही।”

स्वर्गीय शिवकुमारी देवी जी के ज्येष्ठ पुत्र, ब्लाक प्रमुख (सीयर) श्री आलोक कुमार सिंह कहते हैं, “2015 में मैंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मां की प्रेरणा से की। कर्मभूमि के रूप में मैंने अपनी जन्मभूमि को चुना और गांव का प्रधान बना।” एक किस्सा साझा करते हुए श्री सिंह कहते हैं, “मेरे कार्यकाल में जब सभी गांववासियों के आवास बन रहे थे, तो मां ने खुशी जताते हुए कहा, ‘यह मेरी अधूरी इच्छा थी, जो अब पूरी हो रही है।’ मां की इच्छा थी कि गांव का हर परिवार मूलभूत सुविधाओं से युक्त हो, और इसका सबसे बड़ा कारण था कि उनका गांववासियों के साथ एक विशेष पारिवारिक रिश्ता था।”

इसके बाद, जब सीट आरक्षित हुई, तो श्री सिंह के पारिवारिक सहयोगी श्री देवनाथ राजभर की धर्मपत्नी, श्रीमती गीता राजभर प्रधान बनीं। मां की ही इच्छा थी कि श्रीमती राजभर ग्राम प्रधान के रूप में चुनाव लड़े। उनके प्रधान बनने के बाद भी, गांववासियों के प्रति विकास और सहयोग की रफ्तार पहले की तरह बनी रही।

श्री अनूप सिंह “मंटू”, छोटे पुत्र और महादेव कंस्ट्रक्शन के प्रबंध निदेशक, बताते हैं, “मेरी मां का जन्म एक बड़े, कुलीन और सांस्कारिक परिवार में हुआ था, जिससे उन्हें परिवार को एकजुट रखने और रिश्तों में समन्वय स्थापित करने की अद्भुत क्षमता विरासत में मिली। वह सादगी, सद्भाव, विनम्रता और करुणा की प्रतिमूर्ति थीं। हमारी परवरिश में, परिवार को एकीकृत करने और एक आदर्श परिवार की स्थापना में उनके संस्कार स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ते हैं। हम सभी उनके विचारों को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे, और वह हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगी।” 

स्मृति शेष उद्गार
स्वर्गीय शिवकुमारी देवी जी की याद में

Continue Reading

featured

यूपी कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण फैसले, बलिया में मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए 14.08 एकड़ भूमि को मिली मंजूरी

Published

on

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को राज्य कैबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें 19 प्रस्तावों पर मुहर लगी। इस बैठक के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इन फैसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि बलिया जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए 14.08 एकड़ भूमि को चिकित्सा शिक्षा विभाग को निशुल्क हस्तांतरित करने की मंजूरी दी गई है। इसमें से 12.39 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनेगा, जबकि लगभग 2 एकड़ भूमि पर स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडे की मूर्ति स्थापित की जाएगी और उसका सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। इस मेडिकल कॉलेज का नाम स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडे के नाम पर रखा जाएगा, जो देश की आज़ादी के संघर्ष में अहम योगदान के लिए याद किए जाते हैं।

इसके साथ ही, सैफई स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 300 बेड वाले गायनी ब्लॉक के निर्माण को लेकर वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए 1 अरब 76 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जिसके तहत वहां अतिरिक्त 300 बेड जोड़े जाएंगे।

इसके अलावा, बुलंदशहर में एक नया नर्सिंग कॉलेज खोला जाएगा और राष्ट्रीय कृषि विद्यालय की 4570 वर्गमीटर भूमि को भी चिकित्सा शिक्षा विभाग को निशुल्क हस्तांतरित किया जाएगा आगरा मेट्रो परियोजना के तहत, मेट्रो डिपो के निर्माण के लिए गृह विभाग की भूमि को शहरी नियोजन विभाग के पक्ष में निशुल्क हस्तांतरण की मंजूरी दी गई।

किसानों के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, योगी सरकार ने गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। रबी विपणन वर्ष 2025-26 के तहत गेहूं का MSP अब 2425 रुपये प्रति क्विंटल होगा, जो कि 17 मार्च से 15 जून तक लागू रहेगा।

 

Continue Reading

featured

बलिया की फेफना पुलिस ने दुष्कर्म के वांछित अभियुक्त को किया गिरफ्तार

Published

on

बलिया की फेफना पुलिस ने शनिवार को दुष्कर्म के मामले में वांछित अभियुक्त को मन्नोपुर गांव के पास गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में कार्रवाई करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया।

इस मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विजय शंकर यादव, निवासी मन्नोपुर ने एक तहरीर दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ज्ञान प्रकाश यादव उर्फ अंकुश यादव, पुत्र रामजी यादव, निवासी मन्नोपुर (खलीलपुर), उम्र लगभग 22 वर्ष ने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगा लिया था। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया था और आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी।

विवेचना के दौरान, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, जिसके आधार पर अभियुक्त को मन्नोपुर स्थित पोल्ट्री फार्म के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी को न्यायालय भेज दिया। इस गिरफ्तारी में उ.नि. वकील सिंह और आरक्षी सुरेन्द्र कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Continue Reading

TRENDING STORIES

error: Content is protected !!