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बलिया स्पेशल

सिकंदरपुर- राज्य मंत्री अनिल राजभर बोलें , अब सुहेलदेव के नाम ठगने वालों की दुकाने बंद होगी

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सिकंदरपुर में भाजपा अति पिछड़ा स्वाभिमान रैली का आयोजन रविवार को जूनियर हाई स्कूल सिकंदरपुर के प्रांगण में आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनिल राजभर द्वारा महाराजा सुहेलदेव के चित्र के समीप द्वीप जलाकर किया गया।

राज्यमंत्री राजभर ने कहा कि रैली की खबर सुनकर हमारे सरकार में शामिल एक गठबंधन के नेता द्वारा बासडीह से लेकर बेल्थरा तक पहरा लगाया गया है ताकि अनिल राजभर की सभा में राजभर समाज के लोग ना जा पाएं। लेकिन उनको मालूम नहीं है कि हम घर घर तक पहुंचने वाले हैं। अनिल राजभर कहीं पोल न खोल दें शायद इसीलिए वह परेशान हैं। अनिल राजभर व बलिया का रिश्ता जन्म-जन्म का है और उसे भगवान ने बनाया है। झूठ धोखा गलत बात बता कर मैं नहीं जा सकता यह मेरी आदत नहीं है। लेकिन महाराजा सुहेलदेव के नाम पर राजभर समाज के गरीबों नौजवानों महिलाओं को ठगने का काम करने वाले नेता केवल अनर्गल बयानबाजी में लगे हुए हैं। आज भी राजभर समाज के लोग गरीबी से जूझ रहे हैं। उनको राजभर समाज का ही एक बेटा महाराजा सुहेलदेव के नाम पर झूठ बोलकर ठगने का कार्य कर रहा है। अनिल राजभर को बच्चा कह रहा है और महाराजा सुहेलदेव के सम्मान को बेचने का कार्य कर रहा है। महाराजा सुहेलदेव 18 वर्ष में ही राजा बन गए थे और 25 वर्ष की उम्र में महाराजा बन गए। मेरी उम्र 33 वर्ष हो गई 3 बच्चे पैदा हो गए लेकिन आज भी गठबंधन के नेता द्वारा मुझे बच्चा कहां जा रहा है। बताया कि गरीबों को संवैधानिक अधिकार हक नहीं मिला तो यह काफी पीछे छूट जाएंगे उनके बारे में गठबंधन के नेता द्वारा नहीं सोचा जा रहा है। अगर वह सोचते तो शायद उनकी स्थिति ठीक हो जाती लेकिन वह तो केवल अपने और अपने परिवार की स्थिति ठीक करने में लगे हुए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के कार्यकाल में गरीबों की स्थिति नहीं बदली तो कोई नहीं बदल सकता । अब राजभर समाज गुमराह होने वाला नहीं है अब वह जाग गया है। आज भी राजभर समाज रोटी, कपड़ा, मकान के लिए कागज का टुकड़ा लेकर इधर उधर भटक रहा है। देश के प्रधानमंत्री मोदी ने 2022 तक सभी गरीबों को पक्का मकान देने का वादा किया है। जो अब तेजी से पूरा भी किया जा रहा है। राजभर समाज के लोगों से महाराजा सुहेलदेव के नाम पर धोखा देने वाले नेता को सबक सिखाने की अपील किया। वही चेतावनी भी दिया कि अगर भोली भाली जनता को धोखा देने का काम अभी बंद नहीं हुआ तो एक वर्ष के अंदर दुकान बंद करा कर घर भेजने का काम करूंगा। इस मौके पर सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा, सांसद घोसी हरिनारायण राजभर, जिला अध्यक्ष बिनोद शंकर दुबे, विधायक संजय यादव, धनंजय कनौजिया, पूर्व मंत्री राजधारी, सकलदीप राजभर, दिनेश राजभर, संजय पटेल , रामाशंकर वर्मा, अच्छेलाल यादव, अच्छेलाल राजभर, हरिभगवान चौबे, डॉक्टर सतीश माधव प्रसाद गुप्ता, जनार्दन राजभर,बलदेव राजभर, गणेश प्रसाद सोनी आदि मौजूद थे। अध्यक्षता रामनाथ राजभर तथा संचालन हरिहर राजभर ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक गायक विलास राजभर एवं सखी चंद्र राजभर ने किया प्रस्तुत किया।

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बलिया की बेटी का NEET 2025 में परचम !

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बलिया के सनाथ पाण्डेय का छपरा निवासी श्री अजय कुमार पाण्डेय (एडवोकेट) एवं श्रीमती आशा पाण्डेय की पुत्री सौम्या पाण्डेय ने NEET 2025 की परीक्षा में 6602वां स्थान प्राप्त करके जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने NEET की परीक्षा में 99.69 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त किए हैं। सौम्या ने केंद्रीय विद्यालय, बलिया से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की है।

वह बचपन से ही मेधावी छात्रा रही हैं, उन्होंने 10वीं में 96 फीसदी अंक लाकर जिले में अग्रणी स्थान हासिल किया था। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय माता पिता, गुरुजनों और कठिन परिश्रम को दिया है। उन्होंने आज के दौर में इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री को अति उपयोगी तो बताया, लेकिन मोबाइल फोन से होने वाले भटकाव से सतर्क रहने की सलाह भी दी है।

यह भी महत्वपूर्ण है कि जीव विज्ञान संकाय की विद्यार्थी होने के बावजूद भी सौम्या ने JEE Mains 2025 की परीक्षा में भी 97 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त करके शानदार सफलता अर्जित की थी, वह उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है।

सौम्या की सफलता में एक मुख्य कारक प्रारम्भ से शिक्षा को लेकर परिवार में सकारात्मक माहौल भी है। उनके बड़े भाई आशुतोष कुमार पाण्डेय 2018 बैच के IRS अधिकारी हैं और वर्तमान में आगरा में आयकर उपायुक्त के पद पर कार्यरत हैं। उनकी भाभी अर्पिता दूबे IIM अहमदाबाद से अध्ययन करने के उपरांत शोधार्थी हैं। उनकी बड़ी दीदी प्रिया पाण्डेय एवं जीजाजी श्री गौरव मिश्रा IIT गुवाहाटी से स्नातकोत्तर कर शीर्ष बहुराष्ट्रीय संस्थानों में कार्यरत हैं। उनके नाना श्री राम पदारथ तिवारी PN इंटर कॉलेज, दूबे छपरा के सेवानिवृत्त प्रवक्ता हैं।

सौम्या भविष्य में न्यूरोसर्जन बनकर चिकित्सा को आम आदमी के लिए शुलभ बनाने का स्वप्न रखती हैं। उनकी इस सफलता से क्षेत्र में हर्ष का माहौल है।

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बलिया के एकलौते बसपा विधायक पर क्यों बैठी विजलेंस जांच ?

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बसपा के रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है। विजलेंस विभाग ने उनकी और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। उमाशंकर सिंह की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं क्योंकि विभाग ने विधायक ही नहीं उनकी पत्नी, बेटा और बेटी के नाम खरीदी गईं जमीन, मकान, फ्लैट, व्यवसायिक और कृषि जमीन की पूरी जानकारी मांगी है।

वैसे सबको पता है नेता जी लोगों की आय से अधिक संपत्ति तो होती ही है। पुरानी स्क्रिप्ट है। लेकिन जब तक कोई नेता सत्ता के करीब होता है, तब तक उसकी संपत्ति पर कोई सवाल नहीं उठता। मगर विपक्ष पर यह कभी भी हो सकता है। उमाशंकर सिंह का मामला भी कुछ ऐसा ही लगता है। बसपा के इस इकलौते विधायक के खिलाफ अचानक जांच शुरू हो गई है। महानिरीक्षक प्रयागराज ने सभी उप निबंधन कार्यालय को निर्देशित किया है कि उमाशंकर सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, बेटी यामिनी व बेटे युकेश के नाम से प्रदेश में खरीदी गई जमीन, मकान, फ्लैट या अन्य प्रकार की संपत्तियों की जानकारी विजलेंस विभाग को उपलब्ध कराए।

उमाशंकर सिंह की बसपा के इकलौते विधायक हैं। 2022 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। जब पूरे यूपी में बसपा का सूपड़ा साफ हो गया, तब भी वह अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। बीते दिनों मायावती काफी मुखर है लेकिन क्या अब इसका खामियाजा उमाशंकर सिंह को भुगतना पड़ रहा है?

बसपा का हाल किसी से छिपा नहीं है। मायावती पार्टी को चुनावी मोड में कम, ‘मैनेजमेंट मोड’ में ज्यादा चला रही हैं। यूपी में अब बसपा केवल ‘बीजेपी की B-Team’ कहकर बदनाम हो रही है। लेकिन ऐसे में उमाशंकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई को सिर्फ व्यक्तिगत मामला मान लेना भी सही नहीं होगा।

सवाल यह भी है कि आखिर राजनीति में आने के बाद कुछ नेताओं की संपत्ति मॉल्टीप्लाई मोड में कैसे चली जाती है? 2009 में जब उमाशंकर सिंह ने कंस्ट्रक्शन कंपनी खोली थी, तब शायद किसी ने नहीं सोचा होगा कि कुछ सालों में उनकी संपत्तियों की लिस्ट इतनी लंबी हो जाएगी कि सरकार को उसकी जांच करवानी पड़ेगी।

अगर कोई आम आदमी बिना पक्के दस्तावेजों के 5 लाख रुपये की जमीन भी खरीद ले, तो टैक्स विभाग और पुलिस उसके पीछे पड़ जाते हैं। मगर विधायक, सांसद, मंत्री खुलेआम करोड़ों की संपत्ति बना लेते हैं, और हमें लगता है कि यह सब “मेहनत” की कमाई है!

फ़िलहाल सूचना यह है कि उमाशंकर सिंह की तबियत खराब है। वह बीमार चल रहे हैं। लेकिन विजलेंस ने भी अपना काम शुरू कर दिया है

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बलिया में ATM कार्ड के जरिए फ्राड करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, Encounter के बाद 4 गिरफ्तार

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बलिया के हल्दी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद बिहार के चार अपराधियों को गिरफ्तार कर एटीएम कार्ड से धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान पैर में गोली लग से एक आरोपी घायल हो गया।

अपर पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर ने संवाददाताओं को बताया कि बुधवार रात को पुलिस को सूचना मिली कि हृदयाचक तिराहा से पीपा पुल की ओर जाने वाली सड़क पर एक कार में कुछ संदिग्ध लोग आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने वाहन को रोकने का प्रयास किया तो चारों संदिग्ध कार से उतरकर भागने लगे।

शंकर ने कहा, ‘‘पीछा किए जाने पर अपराधियों में से एक ने पुलिस दल पर गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। एक आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने सभी चार संदिग्धों को काबू कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।’’

अधिकारी ने कहा, ‘‘गोली लगने से घायल हुए बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के निवासी बच्चा लाल महतो (27) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य तीन की पहचान साहेब कुमार महतो (32), मदन महतो (37) और लाल बाबू महतो (38) के रूप में हुई है। ये सभी बिहार के हैं।’’

पुलिस ने आरोपियों के पास से दो देसी पिस्तौल (.315 बोर), दो कारतूस, दो खाली खोल, विभिन्न बैंकों के 63 एटीएम कार्ड, एक कार और 5,200 रुपये भी जब्त किए हैं।

अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने एटीएम कार्ड धोखाधड़ी में संलिप्त एक गिरोह का हिस्सा होने की बात कबूल की। वे सीधे-साधे लोगों को निशाना बनाकर उनका एटीएम कार्ड बदल लेते थे और फिर उनके रुपये निकाल लेते थे या अंतरित कर लेते थे। चोरी की रकम गिरोह के सदस्यों के बीच बांटी जाती थी।’’

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने बलिया और उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ दिल्ली में भी कई लोगों को ठगा है।

पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि बलिया, दिल्ली और अन्य स्थानों पर तीनों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों और देश के विभिन्न हिस्सों में उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।

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