बलिया स्पेशल
“बलिया तक एक्सप्रेस वे का शिलान्यास साबित करें अखिलेश, मैं इस्तीफा दे दूंगा”
बलिया सदर से विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला ने सपा अध्यक्ष पर करार प्रहार किया। आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि सपा के लोग भ्रामक प्रचार कर रहे है कि एक्सप्रेस-वे बलिया तक था।
उन्होंने कहा में चैलेजे देता हूँ कि पूर्व सीएम ने जो शिलान्यास किया था अगर वह बलिया तक था तो बलिया के लोगों के सम्मान में विधान सभा की सदस्यता से त्याग पत्र दे दूंगा।
सदर विधायक पत्रकारों से बातचीत में बोले रहे थे। आनंद ने कहा कि सपा सरकार ने जनता के साथ केवल धोखा एवं भ्रष्टाचार का खेल किया। चुनावी लाभ के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का फर्जी शिलान्यास 22 दिसम्बर 2016 को किया था।
उस समय सपा सरकार ने केवल 20 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया था, जबकि किसी भी निर्माण कार्य के लिए आवश्यक है कि कम से कम 80 प्रतिशत भूमि का वैधानिक रूप से अधिग्रहण पूर्ण हो।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी व राज्यसभा सांसद नीरज शेखर भी फर्जी शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल थे। इनको पता है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कहां तक था लेकिन वे जनता के बीच भ्रम फैला रहे है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर सदर विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार बलिया के विकास एवं सम्मान के लिए संकल्पित है। बलिया के बिना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अधूरा है। प्रयास है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बलिया को भी जोड़ा जाए।
featured
20 दिन बाद भी फरार है बलिया का ये BJP का ब्लॉक प्रमुख ! गिरफ्तारी में देरी क्यों ? सड़को पर उतरे वकील
featured
प्रयागराज वकील हत्याकांड: बलिया के इस ब्लॉक प्रमुख पर 5 हज़ार का इनाम, पुलिस तलाश में जुटीं
प्रयागराज में चर्चित वकील अखिलेश शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी बलिया निवासी अतुल प्रताप सिंह पर 5 हज़ार का इनाम घोषित किया गया है। आरोपी बीजेपी गड़वार ब्लॉक प्रमुख है और उसके ऊपर कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। इस मामले में बसंतपुर निवासी दुर्गेश सिंह और रामपुर निवासी प्रिंस सिंह पहले ही हाज़िर हो चुके हैं। इस मामले में ड्राइवर बसंतपुर निवासी अजय यादव अभी फरार चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, 17 नवंबर की रात सलोरी इलाके में विवाद के बाद अधिवक्ता को लाठी-डंडे, असलहे की बट और फायरिंग कर अधमरा कर दिया गया था। 20 नवंबर को अधिवक्ता की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी। इस मामले में निखिल नामजद था जबकि चार अज्ञात आरोपी बनाए गए थे। मामले में 3 आरोपी निखिल सिंह, प्रिंस सिंह और मनोज सिंह पहले ही भेजे जा चुके हैं। पुलिस ने चौथे आरोपी को भी चिन्हित कर लिया था। वह छात्रनेता भी रह चुका है और मौजूदा समय में ठेकेदारी करता है।
अब पुलिस ने मुख्य आरोपी अतुल प्रताप सिंह पुत्र राणा प्रताप सिंह निवासी पचखोरा थाना गढ़वार जनपद बलिया और उसके चालक अजय यादव निवासी बसंतपुर सुखपुरा बलिया 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। साथ ही इन आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है। इन दोनों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें छापेमारी कर रही हैं।
प्रयागराज की शिवकुटी पुलिस ने वकील हत्याकांड में चार आरोपियों निखिल कान्त सिंह निवासी नरियांव थाना जहाँगीरगंज जनपद अम्बेडकर नगर, प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह निवासी रामपुर उदयभान थाना कोतवाली जनपद बलिया, मनोज सिंह निवासी टीलापुर पोस्ट जमधरवा थाना रेवती जिला बलिया और दुर्गेश कुमार सिंह निवासी ग्राम बसन्तपुर थाना सुखपुरा जनपद बलिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
featured
जानिए कौन हैं बलिया के नए एसपी विक्रांत वीर ?
बलिया पुलिस अधीक्षक पर गाज गिरने के बाद योगी सरकार ने पीएसी की 32वीं वाहिनी में तैनात विक्रांत वीर को बलिया का नया पुलिस अधीक्षक बनाया है। बता दें कि बिहार-बलिया बॉर्डर के नरही थाना क्षेत्र में ट्रकों से अवैध वसूली में संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलिया में बड़ी कार्रवाई हुई थी। एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीमों ने छापामार कर बलिया के थाना नरही अंतर्गत भरौली तिराहा पर अवैध वसूली के संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया ।
मामले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई है। तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित थानाध्यक्ष नरही और चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित तीन उपनिरीक्षक, तीन मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी और एक आरक्षी चालक को निलंबित किया गया है। वहीं देर रात बलिया एसपी को भी हटा कर विक्रांत वीर को बलिया की कमान सौंपी गई है। आईये जानते हैं
कौन हैं IPS विक्रांत वीर ?
विक्रांत वीर 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से बिहार में नालंदा के रहने वाले हैं। आईपीएस बनने से पहले वह मर्चेंट नेवी में थे। विक्रांत वीर के पिता बिहार में मलेरिया इंसपेक्टर के पद पर रह चुके हैं।
1997 में झारखंड के पलामू से इंटर की परीक्षा पास करने के बाद वह मुंबई की मरीन इंजीनियरिंग कॉलेज से बीएससी करने चले गए। साल 2011 में उनका चयन मर्चेंट नेवी में हो गया।
नौकरी करते हुए वह यूपीएससी की तैयारी भी कर रहे थे। आखिरकार साल 2014 में उनका सेलेक्शन आईपीएस के लिए हो गया। उनकी पहली तैनाती कानपुर में बतौर एएसपी हुई।
कानपुर से विक्रांत वीर फैजाबाद और बलिया के एसएसपी भी रहे। उसके बाद वह लखनऊ ग्रामीण के एसपी बने। बतौर एसपी हाथरस विक्रांत वीर का पहला जिला था।
हालांकि हाथरस में लड़की के साथ घटे जघन्य अपराध के बाद विक्रांत वीर को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले ने पूरे देश में तूल तब पकड़ा जब पीड़िता की मौत के बाद पुलिसवालों ने उसकी लाश देर रात खुद ही जला दी।
-
बलिया1 week ago
बलिया का लाल बीएचयू में गोल्ड मेडल से हुआ सम्मानित, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हुआ दीक्षांत समारोह
-
बलिया2 weeks ago
बलिया में कचहरी से चित्तू पांडे तक जाने वाले मार्ग का निर्माण कार्य शुरू
-
featured2 weeks ago
20 दिन बाद भी फरार है बलिया का ये BJP का ब्लॉक प्रमुख ! गिरफ्तारी में देरी क्यों ? सड़को पर उतरे वकील
-
featured2 weeks ago
बलिया के ददरी मेले में हुआ बॉलीवुड नाइट्स का आगाज़, आकांक्षा शर्मा ने अपने पर्फोर्मेंस से मचाई धूम
-
बलिया2 weeks ago
बलिया में दोस्तों ने आपसी रंजिश के चलते युवक को मारी गोली, हालत गंभीर
-
बलिया3 weeks ago
बलिया के ददरी मेले से मारपीट का वीडियो वायरल, झूले को लेकर हुई 2 पक्षों में लड़ाई
-
बलिया2 weeks ago
बलिया में सड़क हादसे में 2 युवकों की मौत, छोटे भाई की शादी में शामिल होकर वापस लौट रहे थे
-
बलिया2 weeks ago
बलिया में दशहरा मेले में हुए विवाद का मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान गिरफ्तार, पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए