– लॉकडाउन के दौरान एक माह में तीन करोड़ का काटा चालान, वसूले आठ लाख
– छह माह का रिकार्ड तोड़ते हुए पुलिस ने 9278 वाहनों के खिलाफ किया आनलाइन चालान की कार्रवाई
– पुलिस के आनलाइन चालान के चलते घरों से निकलने में भी सहम रहे वाहन चालक
बलिया: लॉकडाउन के दौरान पुलिस भी अपने काम में पूरी तरह से तत्पर दिखी. इस दौरान करीब एक माह के अंतराल में जहां आठ लाख शमन शुल्क वाहनों से वसूलने का काम किया. वहीं करीब तीन करोड़ रुपये का शुल्क भी काटा, जिले की पुलिस ने इस एक माह में 9278 वाहनों का चालान कर दिया. वहीं पुलिस ने कठोरता दिखाते हुए करीब 50 वाहनों को सीज कर दिया. लॉकडाउन में पुलिस के सख्त कार्रवाई का नतीजा रहा कि रहा कि थाना क्षेत्र के वाहन जांच होने वाले चिन्हित स्थानों की ओर से गुजरने के पहले लोग सौ बार सा सोच रहे थे.
नगर सहित जिले के महिला थाना समेत कुल 23 थाने कानून व्यवस्था का पालन कराने के लिए बनाया गया है. उन् थाना क्षेत्रों के थानाध्यक्षों के माध्यम से पुलिस महकमे के आला अफसर कानून का राज पालन कराने के लिए समय-समय पर पुलिस के वायरलेस पर आदेश जारी किये जाते रहे हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन के अफसरों ने लॉकडाउन के दौरान वाहनों के अवैध संचालन को रोकने के लिए यह तरीका अपनाया था कि हम किसी भी सड़क पर निकलने वालों के साथ सख्ती नहीं बरतेंगे. बल्कि उसका आनलाइन चालान काटकर हम उसे नियम कानून में रहकर लॉकडाउन का पालन करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. ऐसे में पूरे देश में जहां लॉकडाउन चल रहा है. वहीं पुलिस महकमे अफसरों के फरमान के मद्देनजर थानों की पुलिस अपने काम में सफल रही. वाहनों का चालान जितना छह माह में अभियान के तहत नहीं हो पाता था. उतना वाहन पुलिस ने करीब एक माह के भीतर चालान कर दिया. यातायात पुलिस के विभागीय सूत्रों की मानें तो सभी थानों की पुलिस ने मिलकर इस एक माह के लॉकडाउन में करीब 9278 वाहनों का चालान कर दिया. जबिक पुलिस ने आठ लाख 47 सौ रुपये का शमन शुल्क भी वसूलने का काम किया है. इस दौरान जनपद के सभी थानों की पुलिस ने करीब 50 वाहनों को सीज भी कर दिया है. वहीं लॉकडाउन के दौरान बेवजह सड़कों पर आकर कानून की व्यवस्था तोड़ने वालों से करीब आठ करोड़ रुपये का आनलाइन चालान शुल्क भी काटा है. इससे जहां लॉकडाउन के दौरान किसी को बेवजह परेशान नहीं किया गया. वहीं लोगों को आनलाइन जुर्माना भरने के लिए जिला मुख्यालय भी आना पड़ रहा है. ऐसे में अब कोई चाहकर भी बाइक और चारपहिया वाहन से सड़क पर निकलने से पहले सौ बार सोचना पड़ रहा है.