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बलिया

मंडल आयुक्त ने बलिया के लापरवाह चिकित्सा अधिकारियों के वेतन पर लगाया ब्रेक

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बलिया। मंडलायुक्त श्री विजय विश्वास पंत ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने पूर्व भ्रमण में किए गए निर्देशों के अनुपालन में कृत कार्यवाही की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली। खंड विकास अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने ग्रामीण कार्यों का सत्यापन और निरीक्षण के संबंध में जानकारी मांगी। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों से अपने कार्यों के प्रति उत्तरदायी रहने का निर्देश दिया और कहा कि सभी लोग अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करें क्योंकि हम सभी की जिम्मेदारी जनता के प्रति है और जनता की हम सब से बहुत ही अपेक्षाएं रहती है।

जिला पंचायत अधिकारी से उन्होंने सामुदायिक शौचालय एवं पंचायत भवन निर्माण के संबंध में जानकारी मांगी। सामुदायिक शौचालयों के संबंध में उन्होंने पूछा कि इसके निर्माण में जिन ईंटो का प्रयोग किया गया है वह सही है या नहीं। इस संबंध में उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि इन ईंटो की जांच करवा लें। जिला खाद्य विपणन अधिकारी से धान खरीद के संबंध में जानकारी मांगी और कहा कि सभी धान खरीद केंद्रों में समय से धान की खरीद की जाए ताकि किसानों को इधर-उधर भटकना न पड़े और किसानों को धान का उचित मूल्य समय से मिल जाए और उन्हें अपना धान औने पौने दामों में बिचौलियों को ना बेचना पड़े।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य चिकित्सा अधिकारियों की समीक्षा बैठक करते हुए मंडलायुक्त ने बहुत सी कमियां पाई। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी तन्मय कक्कड़ को आदेश दिया कि जो भी चिकित्सा अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं उनका वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए। कोविड टीकाकरण के संबंध में जानकारी लेते हुए उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से टीकाकरण के कम लगने का कारण पूछा। सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के संबंध में उन्होंने संबंधित चिकित्सा अधिकारियों से पूछा कि उसका लाभ महिलाओं को मिल रहा है या नहीं अगर नहीं मिल रहा है तो उसके संबंध में कारण बताने को कहा ।

उन्होंने उन सभी चिकित्सा अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई जो अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं। मंडलायुक्त ने एडिशनल सीएमओ डॉ वीरेंद्र का वेतन तत्काल रोकने का आदेश सीएमओ को दिया। बांसडीह के चिकित्सा अधिकारी एस.के. तिवारी के बैठक में उपस्थित न रहने पर उनका वेतन भी रोकने का आदेश मंडलायुक्त ने दिया। उन्होंने सीएमओ को आदेश दिया कि बिना अनुमति के चिकित्सा अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर उनका वेतन रोक दिया जाए ।

एमओआईसी प्रशांत कुमार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने अन्य एमओआईसी को उनका अनुसरण करने के लिए कहा ।उन्होंने कहा कि किसी भी आशा कार्यकर्ता का पेमेंट बेवजह न रोका जाए । इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी अदिति सिंह,एसपी राजकरण नैयर, मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तन्मय कक्कड़ के अतिरिक्त अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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बलिया

मंडलायुक्त ने बलिया के 5 ग्राम पंचायतों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित

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मंडलायुक्त आजमगढ़ मनीष चौहान ने बलिया के पांच ग्राम पंचायतो मे उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया। इसके अंतर्गत मंडलायुक्त ने चयनित विकासखंड गड़वार के ग्राम पंचायत फेफना के प्रधान केशव गुप्ता को अपने ग्राम पंचायत में किये गये चौतरफा विकाश कार्यो के लिए आजमगढ़ मे आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान बढ़ाया। साथ ही बधाईया भी दी।

उल्लेखनीय है कि सम्मानित प्रधान के कार्यकाल के दौरान पंचायत मे नाली, खड़ंजा, सीसी रोड से लगायत शौचालय, सोखता आदि कार्य शाशन की मंसा के अनुरूप कराये गये है। इधर, सम्मानित होने की खबर जैसे ही ग्राम पंचायत फेफना में सम्मानित होने की खबर पहुंची लोगों में खुशी का माहौल छा गया ग्रामीणों ने प्रधान केशव गुप्ता को फेफना तिराहा पर फूल माला पहना कर शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी।

सम्मान से उत्साहित केशव गुप्ता ने कहा कि ग्राम पंचायत फेफना के चौमुखी विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहुगा और आप सभी सम्मानित ग्रामवासी के प्रति आभार प्रकट करता हूं कि आप लोग अपना आशीर्वाद ऐसे ही बनाए रखें । इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि अरुण गुप्ता सहित शेष चारो प्रधानो के चेहरे खिले हुये थे।

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बलिया

बलिया में बारात से लौट रही स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलटी, 1 की मौत, 3 लोग घायल

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बलिया रसड़ा मार्ग स्थित अमहर गांव में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां एक स्कॉर्पियो गाड़ी अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गई। हादसा इतना भयानक था कि एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोग सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद मऊ जनपद के लिए रेफर कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के माधोपुर गांव से विशाल सिंह के घर से रविवार के दिन गाज़ीपुर बरेसर बारात गई हुई थी। कुछ बाराती खाना खाने के बाद घर वापस आ रहे थे, अमहर गांव के समीप गैस एजेंसी के पास स्कॉर्पियो गाड़ी बारातियों से भरी अनियंत्रित होकर बगल के गड्ढे में पलट गई। इसमें माधोपुर गांव निवासी 45 वर्षीय अजीत सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि माधोपुर गांव निवासी 38 वर्षीय अजय सिंह, 35 वर्षीय अर्जुन सिंह, 25 वर्षीय आदित्य सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।

इस घटना में अजीत सिंह की मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना मिलने पर परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू की।

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बलिया

बलिया के युवा कवि को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान करेगा सम्मानित, इन 2 रचनाओं के लिए होंगे पुरुस्कृत

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बलिया के युवा ने प्रदेश स्तर पर जिले का नाम रोशन किया है। युवा कवि आचार्य सागर ‘बेघर’ जी को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरुस्कृत किया जाएगा। उन्हें ये सम्मान उनके द्वारा रचित 2 रचनाओं के लिए दिया जा रहा है।

बता दें कि आचार्य सागर ‘बेघर’ जिनका मूल नाम विशाल कुमार पटेल है, राजपूत नेवरी, भृगु आश्रम बलिया के निवासी है जो इस समय केन्द्रीय विद्यालय झाझा (बिहार) में टीजीटी संस्कृत पद पर निवर्तमान है। हिन्दी और संस्कृत की उच्च शिक्षा प्राप्त आचार्य सागर हिन्दी और संस्कृत साहित्य के मर्मज्ञ युवा विद्वान, कुशल व्यंग्यकार तथा युवा कवि है। साहित्य साधना में लीन आचार्य सागर ‘बेघर’ उपनाम से भोजपुरी, हिन्दी और संस्कृत भाषाओ के विभिन्न विधाओं में रचना करते है।

‘हनुमत् सूर्य संवाद’, ‘ये बारिश क्यो होती है ?,’ ‘श्रीराममानसपूजा’, ‘चण्डी स्तुति’, ‘हम पत्थर ही अच्छे है’, ‘जीउतिया’, ‘बक्सर से पटना के साँच घटना’, ‘भागर्वभूषण’ (खण्डकाव्य) इत्यादि उनकी प्रसिद्ध रचनाएं हैं। इनमें से 2 रचनाओं ‘हनुमत् सूर्य संवाद’ और ‘ये बारिश क्यो होती है?’ के लिए उन्हें 30 दिसंबर को ‘उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान’ द्वारा लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा। उन्हें द्वितीय विजेता के रूप में 5000 रुपये की धनराशि से पुरुस्कृत किया जाएगा। आचार्य सागर की लेखन कला के प्रेरणास्रोत इनके पिताजी अंगद प्रसाद पटेल जी रहे हैं।

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