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बलिया स्पेशल

बलिया का होगा चौवमुखी विकास, इन्वेस्टर सम्मिट ने दिया स्वर्णिम अवसर: राज्य मंत्री

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बलिया। योगी सरकार में मंत्री और बलिया के प्रभारी दयाशंकर मिश्र ‘दयालु जी’ ने उधोग बंधुओ और व्यापारिक बंधुओं के साथ कलेक्टरेट सभागार में बैठक की। बैठक का उद्देश्य उधोग बंधुओ और उनकी समस्याओं को सुनना और उसकी समस्याओं का समाधान करना था। सबसे पहले सभागार में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। उसके उपरांत उद्योग बंधुओ ने अपने निवेश के संबंध में प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। उद्योग बंधुओ ने बताते हुए कहा कि उन्हें बिजली,पानी,सड़क, सफाई और सुरक्षा की आवश्यकता है। जिससे वे अपना व्यापार आसानी से कर सकें तथा उसे और अधिक बढ़ा सके।

दयालु ने कहा कि जिस उद्देश्य से आज हम उपस्थित हुए है वह पूरा होता हुआ दिखाई दे रहा है। पहली बार बलिया में 62 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं । माननीय मुख्यमंत्री जी की पहल से उ0 प्र0 में पहली बार विदेशों से सात लाख करोड़ का इन्वेस्ट आया है। मुख्यमंत्री कई बार बलिया आ चुके है। इसका उद्देश्य बलिया में उद्योग धंधों को को विकसित करना है जिससे बलिया का चहुमुखी विकास होंगा । दयालु  ने कहा कि बलिया का स्वर्णिम समय आ गया है। रोजगार के नए नए अवसर मिलेंगे और अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी। कोई भी अपराधी बचेगा नही। शासन प्रशासन सभी आप लोगो के साथ है।परिवहन मंत्री श्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि बलिया में बहुत से बाईपास बनाए जा रहे हैं साथ ही ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का कार्य बहुत तेजी से चल रहा है । व्यापारी बंधु अगर चाहें तो इन बाईपास और एक्सप्रेस वे के किनारे भी उद्योग धंधे स्थापित कर सकते हैं। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि रसड़ा में स्थित कताई मील और गन्ना मील को फिर से शुरू किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा की इसके लिए 50 एकड़ भूमि उपलब्ध है। जब भी आप चाहे वहां पर उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से आपको हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने कहा कि उद्योग बंधु और व्यापारियों को किसी भी प्रकार से डरने की आवश्यकता नहीं है। उनकी हर तरह से सुरक्षा की जाएगी। साथ ही उनके उद्योग धंधों और व्यापार की भी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। इसके लिए प्रशासन हमेशा से तत्पर रहा है और आगे भी रहेगा।

उद्योग बंधुओं ने कहा सरकार ने बढ़ाया उनका मान

उद्योग बंधुओं और व्यापारियों ने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार ने जिले स्तर पर इन्वेस्टर समिट कराके हम लोगो का न केवल मान सम्मान बढ़ाया है बल्कि उद्यमियों और व्यापारियों को और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। व्यापारी बंधुओं ने जिलाधिकारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी के आने के बाद जिले के हर क्षेत्र में सुधार आया है।परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने जिलाधिकारी कि प्रशंसा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी ने जिला कारागार के स्थान पर मेडिकल कॉलेज बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है जल्दी ही यह मेडिकल कॉलेज बन जाएगा तथा जिला जेल को नारायण पाली में स्थापित कर दिया जाएगा। जिससे वहां पर भी उद्योग धंधे स्थापित हो सकेंगे और छोटे व्यापारियों को लाभ होगा।

बैठक में आयुष मंत्री दयालु जी के अतिरिक्त राज्यसभा सांसद नीरज शेखर,  जिला भाजपा अध्यक्ष जयप्रकाश साहू, पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर, सीडीओ प्रवीण वर्मा के अतिरिक्त उद्योग विभाग के सभी कर्मचारी और उद्योग बंधु और व्यापारी गण उपस्थित थे।

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प्रयागराज वकील हत्याकांड: बलिया के इस ब्लॉक प्रमुख पर 5 हज़ार का इनाम, पुलिस तलाश में जुटीं

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प्रयागराज में चर्चित वकील अखिलेश शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी बलिया निवासी अतुल प्रताप सिंह पर 5 हज़ार का इनाम घोषित किया गया है। आरोपी बीजेपी गड़वार ब्लॉक प्रमुख है और उसके ऊपर कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। इस मामले में बसंतपुर निवासी दुर्गेश सिंह और रामपुर निवासी प्रिंस सिंह पहले ही हाज़िर हो चुके हैं। इस मामले में ड्राइवर बसंतपुर निवासी अजय यादव अभी फरार चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक, 17 नवंबर की रात सलोरी इलाके में विवाद के बाद अधिवक्ता को लाठी-डंडे, असलहे की बट और फायरिंग कर अधमरा कर दिया गया था। 20 नवंबर को अधिवक्ता की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी। इस मामले में निखिल नामजद था जबकि चार अज्ञात आरोपी बनाए गए थे। मामले में 3 आरोपी निखिल सिंह, प्रिंस सिंह और मनोज सिंह पहले ही भेजे जा चुके हैं। पुलिस ने चौथे आरोपी को भी चिन्हित कर लिया था। वह छात्रनेता भी रह चुका है और मौजूदा समय में ठेकेदारी करता है।

अब पुलिस ने मुख्य आरोपी अतुल प्रताप सिंह पुत्र राणा प्रताप सिंह निवासी पचखोरा थाना गढ़वार जनपद बलिया और उसके चालक अजय यादव निवासी बसंतपुर सुखपुरा बलिया 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। साथ ही इन आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है। इन दोनों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें छापेमारी कर रही हैं।

प्रयागराज  की शिवकुटी पुलिस ने वकील हत्याकांड में चार आरोपियों निखिल कान्त सिंह निवासी नरियांव थाना जहाँगीरगंज जनपद अम्बेडकर नगर, प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह निवासी रामपुर उदयभान थाना कोतवाली जनपद बलिया, मनोज सिंह निवासी टीलापुर पोस्ट जमधरवा थाना रेवती जिला बलिया और दुर्गेश कुमार सिंह निवासी ग्राम बसन्तपुर थाना सुखपुरा जनपद बलिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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जानिए कौन हैं बलिया के नए एसपी विक्रांत वीर ?

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आईपीएस विक्रांत वीर बलिया

बलिया पुलिस अधीक्षक पर गाज गिरने के बाद योगी सरकार ने पीएसी की 32वीं वाहिनी में तैनात विक्रांत वीर को बलिया का नया पुलिस अधीक्षक बनाया है। बता दें कि बिहार-बलिया बॉर्डर के नरही थाना क्षेत्र में ट्रकों से अवैध वसूली में संलिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलिया में बड़ी कार्रवाई हुई थी। एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीमों ने छापामार कर बलिया के थाना नरही अंतर्गत भरौली तिराहा पर अवैध वसूली के संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया ।

मामले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई है। तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित थानाध्यक्ष नरही और चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित तीन उपनिरीक्षक, तीन मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी और एक आरक्षी चालक को निलंबित किया गया है। वहीं देर रात बलिया एसपी को भी हटा कर विक्रांत वीर को बलिया की कमान सौंपी गई है। आईये जानते हैं

कौन हैं IPS विक्रांत वीर ?

विक्रांत वीर 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से बिहार में नालंदा के रहने वाले हैं। आईपीएस बनने से पहले वह मर्चेंट नेवी में थे। विक्रांत वीर के पिता बिहार में मलेरिया इंसपेक्टर के पद पर रह चुके हैं।

1997 में झारखंड के पलामू से इंटर की परीक्षा पास करने के बाद वह मुंबई की मरीन इंजीनियरिंग कॉलेज से बीएससी करने चले गए। साल 2011 में उनका चयन मर्चेंट नेवी में हो गया।

नौकरी करते हुए वह यूपीएससी की तैयारी भी कर रहे थे। आखिरकार साल 2014 में उनका सेलेक्शन आईपीएस के लिए हो गया। उनकी पहली तैनाती कानपुर में बतौर एएसपी हुई।

कानपुर से विक्रांत वीर फैजाबाद और बलिया के एसएसपी भी रहे। उसके बाद वह लखनऊ ग्रामीण के एसपी बने। बतौर एसपी हाथरस विक्रांत वीर का पहला जिला था।

हालांकि हाथरस में लड़की के साथ घटे जघन्य अपराध के बाद विक्रांत वीर को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले ने पूरे देश में तूल तब पकड़ा जब पीड़िता की मौत के बाद पुलिसवालों ने उसकी लाश देर रात खुद ही जला दी।

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बात थी जंगलराज खत्म करने की लेकिन बलिया में तो पैदा हो गए दर्जनों गैंग!

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रिपोर्ट : तिलक कुमार

बलिया। प्रदेश में योगी सरकार बनी तो लोगों में उम्मीद जगी कि अब जंगलराज खत्म हो जाएगा और राम राज की स्थापना होगी। लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और तो और जनपद में दर्जनों गैंग पैदा हो गए, जो भोली भाली जनता की नाक में दम करके रखा है।

आलम यह है कि जनपद में योगी सरकार बनने के बाद फरसा, त्रिशूल, चोटी, टांगी, राइडर, शिकारी, रफ्तार व चिंगारी गैंग बनी है और यह गैंग आए दिन किसी न किसी को अपना शिकार बनाते हैं। इन गैंगों की पुष्टि खुद बलिया पुलिस ने की है और सूचना देने वालों पर पांच हजार का इनाम भी रखा है।

इन गैंगों की क्रियाकलापों की बात करें तो ये सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्ट्राग्राम पर एकाउंट बनाकर गैंग की मॉनिटरिंग करते हैं। यहां गौर करने वाली बात यह भी है गैंग द्वारा इन एकाउंटों की इस तरह मानि​टरिंग की जाती है कि गैंग के सरगना का पता नहीं चलता है।

हालांकि इस गैंग के मेंबर दस से 20 ही होते हैं, जो समय—समय पर अपनी मौजूदगी का एहसास कराने के लिए किसी को मारते—पीटते हैं, फिर उसका वीडिया बनाकर सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट कर देते हैं। इन गैंगों को आपरेट करने वाले इतने शातिर होते हैं कि अपनी मौजूदगी का सिर्फ एहसास कराते हैं, लेकिन खुदको हमेशा पर्दे के पीछे रखते हैं।

…नहीं हुई कार्रवाई तो बन जाएगा गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश में गैंगवार की बात करें तो सबसे बदनाम और कुख्यात जिला गाजियाबाद है, जहां आज भी प्राय: सुनने को मिलता है कि इस गैंग ने उस गैंग को मारा। फला गैंग न फला गैंग को मारा। इस पर कई बॉलीवूड फिल्म से लेकर वेब सी​रिज भी बन चुकी है। अब लगभग लगभग वही चीज बलिया जनपद में भी होने लगी है। ऐसे में इन गैंगों पर जल्द से जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह दिन दूर नहीं जब बलिया भी गाजियाबाद का रूप अख्तियार कर लेगा।

ताजा—ताजा पैदा हुआ कड़ा गैंग
अभी बांसडीह में रोहित यादव राइडर गैंग द्वारा रोहित पांडेय की निर्मम हत्या का मामला शांत नहीं हुआ कि सिकंदपुर थाना क्षेत्र के माल्दह चौकी अंतर्गत हरनाटार गांव में बीती रात पार्टी में बुलाकर कड़ा गैंग वाले एक युवक को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। इसके तीमारदार की मानें तो यह नई गैंग है और किसी पर भी सिर्फ कड़ा से हमला करते हैं।

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