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बलिया पुलिस ने अखबार की रिपोर्ट को बताया फेक, कहा – कोरोना जांच की टीम पर नहीं हुआ हमला

नई दिल्ली डेस्क : फेक न्यूज़ के इस दौर में देश के बड़े अख़बार और पोर्टल भी अछूते नहीं हैं। वो बिना फैक्ट चेक किए अपने दर्शकों को फर्जी ख़बरें परोसते नज़र आ रहे हैं।
अब नवभारत टाइम्स ने कोरोना से जुड़े एक मामले में फेक न्यूज़ प्रकाशित की है। जिसका बलिया पुलिस ने खंडन किया है। दरअसल, अख़बार ने 4 जून को एक खबर प्रकाशित की। जिसमें उसने दावा किया कि बलिया के सहतवार के बिसौली ग्राम सभा में कोरोना संदिग्ध एक किशोरी का सैंपल लेने गई स्वास्थ्य टीम पर बुधवार को हमला किया गया।
अख़बार ने दावा किया कि कोरोना संदिग्ध के परिजनों ने स्वास्थ्य टीम को लाठी-डंडे से दौड़ा लिया। अख़बार के मुताबिक़, जब स्वास्थ्य टीम पर हमला हुआ तो उसने इस बात की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पहुंच गई और उसकी मौजूदगी में ही संदिग्ध कोरोना मरीज का सैंपल लिया गया। बलिया पुलिस ने एनबीटी कि इस रिपोर्ट को फेक बताया है।
बलिया पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि संदिग्ध कोरोना के परिजनों द्वारा स्वास्थ्य टीम पर हमले की खबर गलत है। टीम को लाठी डंडों से नहीं दौड़ाया गया। पुलिस ने बताया कि कोरोना संदिग्ध के परिजन बिना किसी हिंसा के स्वास्थ्य टीम को सैंपल नहीं लेने दे रहे थे।
जिसकी स्वास्थ्य टीम ने पुलिस से शिकायत की। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और पुलिस की मौजूदगी में ही सैंपल लिया गया। पुलिस के इस बयान से साफ है कि वहां कोई हिंसा नहीं हुई। कोई लाठी डंडे नहीं चले। इसके बावजूद अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में लाठी डंडों का ज़िक्र किया। ऐसे में सवाल उठता है कि अख़बार को हमले की जानकारी कहां से मिली।
अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में किसी हवाले का ज़िक्र नहीं किया है और ना ही जिनपर हमला हुआ उनमें से किसी सदस्य का बयान प्रकाशित किया है। ज़ाहिर है कि अख़बार ने इस खबर को बिना किसी पुष्टि के ही प्रकाशित कर दिया। ऐसे में अख़बार की मंशा पर सवाल उठना लाज़मी है।













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बलिया में फ्रंट ऑफिस खोलने के प्रस्ताव का विरोध, स्टांप वेंडर और दस्तावेज लेखक धरने पर बैठे

उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में रजिस्ट्री कार्यालय में फ्रंट ऑफिस खोले जाने के प्रस्ताव के खिलाफ विरोध तेज़ हो गया है। शनिवार को स्टांप वेंडरों और दस्तावेज़ लेखकों ने उप निबंधक कार्यालय परिसर में धरना दिया और प्रस्ताव का विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कदम से रजिस्ट्री कार्यालय का निजीकरण बढ़ेगा, जिससे उनका पारंपरिक रोजगार खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले ही लगभग 85 प्रतिशत स्टांप वेंडर बेरोजगार हो चुके हैं और फ्रंट ऑफिस खुलने से लाखों परिवारों की रोज़ी-रोटी पर संकट आ सकता है।
इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शनकारियों ने ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्हें स्थानीय अधिवक्ता संघ का समर्थन भी प्राप्त हो गया है। वेंडरों और दस्तावेज़ लेखकों ने सरकार से मांग की है कि फ्रंट ऑफिस में उनकी भूमिका को स्पष्ट किया जाए और उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। उन्होंने सरकार से फ्रंट ऑफिस खोलने का प्रस्ताव तत्काल वापस लेने की अपील की है।
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बलिया में आंगनवाड़ी नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा उजागर, दो नियुक्तियां रद्द, लेखपाल पर होगी कार्रवाई

बलिया जनपद की सदर तहसील के अंतर्गत बेलहरी परियोजना के दो आंगनवाड़ी केंद्रों—बजरहा और रेपुरा—में नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान फर्जी आय प्रमाण पत्र के माध्यम से अनुचित लाभ लेने का मामला सामने आया है।
तहसीलदार सदर द्वारा कराई गई जांच में यह तथ्य उजागर हुआ कि इन केंद्रों पर नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाली दो अभ्यर्थियों—श्रीमती गुड़िया (रेपुरा) और श्रीमती अमृता दुबे (बजरहा) ने बीपीएल श्रेणी का फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। दोनों ने अपनी पारिवारिक मासिक आय ₹3800 से कम दर्शाई थी, जबकि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उनके परिजन सरकारी सेवा में कार्यरत हैं, जिससे वे बीपीएल श्रेणी में पात्र नहीं थीं।
जांच में यह भी सामने आया कि इन फर्जी प्रमाण पत्रों के निर्माण में लेखपाल श्री दिव्यांशु कुमार यादव (क्षेत्र: आमघाट, तहसील: बलिया सदर) की संलिप्तता रही है। उन्होंने अभ्यर्थियों के साथ मिलीभगत कर ये प्रमाण पत्र जारी किए। प्रशासन ने इस गंभीर अनियमितता पर त्वरित संज्ञान लेते हुए निम्न निर्णय लिए हैं। इसके तहत दोनों आवेदिकाओं की आंगनवाड़ी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं।
इसके अलावा संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) को निर्देशित किया गया है कि दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई जाए। उपजिलाधिकारी (SDM) सदर को निर्देश दिए गए हैं कि दोषी लेखपाल के विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही कर आवश्यक दंड सुनिश्चित किया जाए। यह कार्रवाई शासन द्वारा निष्पक्ष चयन प्रक्रिया और नियमों की पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में उठाया गया एक सख्त और आवश्यक कदम है।
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आज बलिया पहुंचेंगे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सांसद सनातन पांडेय के पारिवारिक विवाह समारोह में लेंगे भाग

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 30 अप्रैल को बलिया का दौरा करेंगे। वे अमौसी एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के माध्यम से यात्रा करेंगे। उनका हेलीकॉप्टर बलिया जनपद के नगरा थाना क्षेत्र स्थित नवीन आदर्श इंटर कॉलेज, सलेमपुर के मैदान में बनाए गए हेलीपैड पर उतरेगा। वहां से वे सड़क मार्ग द्वारा पांडेयपुर के लिए रवाना होंगे।
अखिलेश यादव बलिया से सांसद सनातन पांडेय के आवास पर आयोजित विवाह समारोह में शामिल होंगे, जहां वे नवविवाहित दंपति को आशीर्वाद देंगे। समाजवादी पार्टी ने उनके इस दौरे का विस्तृत कार्यक्रम भी जारी कर दिया है।
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