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बलिया-भगवान भरोसे सोनबरसा अस्पताल, औचक निरीक्षण में लापरवाही उजागर

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कहने को तो सीएचएसी सोनबरसा क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है। लेकिन यहां के हालत बद से बदतर हैं। यहां तैनात अधीक्षक डॉक्टर अशीष श्रीवास्तव लंबे समय से छुट्टी पर हैं। अस्पताल के मरीजों को तो कई दिनों से उनके दर्शन तक नहीं हुए। यहां तैनात अन्य चिकित्सक भी कोई न कोई बहाना बनाकर छुट्टी पर रहते हैं। जिससे पूरे अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।

एसडीएम आरके मिश्र ने बुधवार को सीएचसी सोनबरसा का औचक निरीक्षण किया तो अस्पताल में भारी अनिमितता देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान तीन चिकित्सक डॉ. पीपी सिंह, डॉ एसएस रावत व महिला चिकित्सक डॉ सुवर्णा सिंह अनुपस्थित मिली। एसडीएम ने रजिस्टर को सीन करते हुए कार्रवाई के लिए सम्बंधित विभाग को रिपोर्ट भेज दिया।

इस मामले को लेकर सीएमओ डॉक्टर नीरज पांडे ने बताया कि डॉक्टर एसएस रावत और डॉक्टर सुमन मिश्र बगैर किसी सूचना के गायब थे। जिसके बाद उनके वेतन रोकने की कार्यवाही की गई। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीएमओ की इस कार्यवाही के बाद पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
बता दें कि सीएचसी सोनबरसा में पिछले तीन दिनों से मुरलीछपरा स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्सक आकर मरीजों को देख रहे हैं। सीएचसी सोनबरसा के चिकित्सकों की अनदेखी के चलते मरीजों का ठीक से इलाज तक नहीं हो पा रहा।
यूं तो अस्पताल में आधा दर्जन से ज्यादा चिकित्सकों की तैनाती है। यहां बड़ी तादाद में स्वास्थ्यकर्मी हैं। लेकिन अस्पताल का कोई भी स्टाफ समय पर नहीं आता। वार्ड ब्वाय और अन्य स्वास्थ्यकर्मी अपनी मनमर्जी करते हैं।

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बलिया में फर्जी बी.पी.एल. प्रमाण पत्र के सहारे पाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी, जिलाधिकारी ने नियुक्ति पर लगाई रोक

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बलिया जिले के नगरा क्षेत्र स्थित जहांगीरपुरा वार्ड संख्या-3 की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर फर्जी बी.पी.एल. प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी पद प्राप्त करने का आरोप सिद्ध हुआ है। जिलाधिकारी को प्राप्त शिकायत की जांच के बाद मामला गंभीर पाया गया, जिसके चलते संबंधित नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।

शिकायत की जांच के लिए तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी रसड़ा को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि 7 जनवरी 2025 को एक फर्जी आय प्रमाण पत्र तैयार करवा कर श्रीमती जयश्री, पत्नी राजीव मोहन यादव, ने स्वयं को बी.पी.एल. श्रेणी में दर्शाया था। इस फर्जीवाड़े में क्षेत्रीय लेखपाल की भी संलिप्तता पाई गई है।

उपजिलाधिकारी रसड़ा द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO), नगरा को निर्देशित किया है कि श्रीमती जयश्री के विरुद्ध प्राथमिकी (FIR) दर्ज करवाई जाए। इसके साथ ही, दोषी लेखपाल पर प्रशासनिक एवं विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि शासकीय पदों की प्राप्ति हेतु धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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बलिया के बेल्थरारोड में दिनदहाड़े महिला से ठगी, लॉकेट और कान के टॉप्स उड़ा ले गए चोर

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बेल्थरा रोड क्षेत्र में मंगलवार को दिनदहाड़े एक महिला से ठगी की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। घटना चौधरी चरण सिंह तिराहे पर उस समय हुई जब फुलनी देवी, निवासी अटवा, तुर्तीपार, अपने भांजे की शादी से इंदारा, मऊ से लौटकर ऑटो का इंतजार कर रही थीं।

इसी दौरान एक युवक ने उनसे बातचीत शुरू की। तभी एक अन्य युवक वहां से गुजरा और उसका रुमाल गिर गया। तीसरे युवक ने रुमाल उठाया और कुछ ही देर में एक चौथा व्यक्ति आया, जिसने रुमाल में बड़ी रकम होने का दावा किया। चारों ने मिलकर महिला को बातचीत में उलझाया और एक रुमाल सुंघा दिया। बेहोशी की हालत में महिला के गहने — सिकड़ी, लॉकेट और कान के टॉप्स — चुरा लिए गए।

होश में आने के बाद पीड़िता ने तुरंत 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, महिला का बयान दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में बढ़ती ऐसी घटनाओं पर चिंता जताते हुए गश्त बढ़ाने की मांग की है। गौरतलब है कि इस इलाके में पहले भी कई महिलाएं इसी तरह की ठगी का शिकार हो चुकी हैं, लेकिन आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

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बेल्थरा रोड में आंधी-बारिश से अस्त-वयस्त हुआ जनजीवन, बिजली के खंभे गिरे, 14 घंटे अंधेरे में रहा शहर

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बेल्थरा रोड में सोमवार की रात तेज आंधी और मूसलधार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई। आधी रात को बादलों की गरज और तेज हवाओं ने लोगों को सहमा दिया। इस दौरान तीन विद्युत पोल और कई पेड़ गिर गए, जिससे नगर की बिजली आपूर्ति पिछले 14 घंटों से पूरी तरह बाधित है।

बिजली न होने से नगरवासियों को रात अंधेरे में बितानी पड़ी। विद्युत मोटरें बंद होने से पीने और घरेलू उपयोग के लिए पानी की आपूर्ति भी रुक गई है। लोग हैंडपंप से पानी लाने को मजबूर हैं। कई मोहल्लों में सुबह से ही पानी की किल्लत से लोग परेशान हैं।

नगर के विभिन्न क्षेत्रों में गिरे पेड़ों से सड़कों पर आवागमन प्रभावित हुआ है। बिजली विभाग की टीम क्षतिग्रस्त पोलों को हटाने और आपूर्ति बहाल करने में जुटी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।

जेई विद्युत राम विलास खरवार ने बताया कि क्षतिग्रस्त पोलों को बदलने के लिए रसड़ा से हाइड्रोलिक वाहन मंगाया गया है। उन्होंने कहा कि शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल होने की संभावना है।

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