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आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड में बलिया 48वें नंबर पर, जानें कौन है नंबर ‘वन’ ……

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बलिया. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करने के लिए लांच किये गये आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के मामले में प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर अव्वल है. गाजियाबाद दूसरे और लखनऊ तीसरे स्थान पर हैं. मेरठ सातवें नंबर पर है. प्राप्त विवरण के अनुसार प्रदेश में 30 अप्रैल तक करीब 1.22 करोड़ लोगों ने एप डाउन लोड किया है. यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रीतम कुमार मिश्रा ने दी. उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप को पिछले महीने दो अप्रैल को लॉन्च किया गया था. केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए इस एप्प को डाउन लोड करना अनिवार्य कर दिया है.
गौतमबुद्ध नगर जिले की आबादी 20.58 लाख है और वहां पर करीब 6.38 लाख लोगों ने आरोग्य सेतु एप्प डाउन लोड किया है. आबादी के लिहाज से 31.02 प्रतिशत यूजर्स हैं. गाजियाबाद में 41.75 लाख की आबादी में से करीब 6.95 लाख लोगों ने एप्प डाउन लोड किया है, जो कि 16.67 फीसद है. मेरठ में 43 लाख की आबादी में से करीब 2.97 लाख लोगों ने एप डाउन लोड किया है, जिसका प्रतिशत 6.93 है. हापुड़ जिले में 16.71 लाख की आबादी में से 88006 लोगों ने एप डाउन लोड किया है. यह 5.27 प्रतिशत है. बागपत जिले में 16.27 लाख की आबादी में से 80326 लोगों ने एप डाउनलोड किया. यह आबादी के लिहाज से 4.94 प्रतिशत है. बुलंदशहर में 43.69 लाख लोगो में से करीब 2.11 लाख लोगों ने एप डाउनलोड किया है. इसका 4.84 प्रतिशत है. सहारनपुर जिले के 43.29 लाख लोगों में से करीब 2.01 लाख लोगों ने एप डाउनलोड किया. इसका 4.65 प्रतिशत है. मुजफ्फरनगर में 35.34 लाख लोगों में से करीब 1.51 लाख लोगों ने एप्प डाउनलोड किया. इसका प्रतिशत 4.30 है. शामली में 16.40 लाख लोगों में से 61487 लोगों ने आरोग्य सेतु एप्प डाउन लोड किया है. इसका प्रतिशत 3.75 है.
लखनऊ के 57.32 लाख लोगों में से करीब 7.92 लाख लोगों ने एप डाउनलोड किया. आबादी के हिसाब से यह 13.83 प्रतिशत है. प्रयागराज में 74.36 लाख लोगों में से 4.50 लाख लोगों ने एप डाउनलोड किया, जो 6.06 प्रतिशत है. श्रावस्ती में 13.95 लाख आबादी में से 24727 लोगों ने एप डाउन लोड किया जो 1.77 प्रतिशत है. बलिया मे 40.46 लाख आबादी में से 1.41लाख लोगों ने एप्प डाउनलोड किया है. आबादी के हिसाब से 3.50 प्रतिशत है. आबादी के हिसाब से यूजर्स के मामले में गौतमबुद्ध नगर पहले, गाजियाबाद दूसरे और लखनऊ तीसरे नम्बर पर है. मेरठ सातवें नम्बर पर है. हापुड़ व बागपत 13वें व 15वें नम्बर पर जबकि बुंलदशहर 17 वें नम्बर पर है, वहीं बलिया 48 वे नम्बर पर है. आरोग्य सेतु एप कुल 11 भाषाओं में उपलब्ध है. यह एंड्राइड और आईओएस दोनों को सपोर्ट करता है. इस एप्प की मदद से यूजर्स को अपने आस-पास कोरोना संक्रमित लोगों की जानकारी मिलती है. साथ ही इस ऐप में दिया गया सिस्टम आपको यह भी बताता है कि आप कोरोना संक्रमित हैं या नहीं.

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बलिया के फेफना में बस और बाइक की भीषण टक्कर, दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

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बलिया के फेफना थाना क्षेत्र के एकौनी संत थामस स्कूल के पास सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही जान चली गई। हादसा तब हुआ जब बाइक सवार दो लोग तेज रफ्तार बस के साथ टकरा गए, जिससे दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोग दौड़े आए और पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और बस तथा बाइक को कब्जे में लिया गया।

घटनास्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जखनिया गाजीपुर निवासी 30 वर्षीय पूनम देवी और उनके 22 वर्षीय भतीजे दीपक कुमार फेफना स्टेशन से शाहगंज बलिया पैसेंजर ट्रेन से उतरकर बाइक पर सिंहाचवर जा रहे थे। जैसे ही वे संत थामस स्कूल के पास पहुंचे, एक तेज रफ्तार बस ने उन्हें ओवरटेक करते हुए जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी पुलिस को दी। दुर्घटना की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे और शोक संतप्त हो गए। दीपक कुमार एक निजी कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में कार्यरत था और अपने नाना के घर सिंहाचवर में रहकर पढ़ाई भी कर रहा था।

पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि दुर्घटना में शामिल वाहन (बस और बाइक) को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और मृतकों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है।

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बलिया के सुल्तानपुर में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, 12 झोपड़ियां जलकर खाक

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बलिया के सुल्तानपुर के टोलापुर गांव में रविवार तड़के करीब 3 बजे एक भीषण आग लग गई। शुरुआती जांच के मुताबिक, आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। आग की चिंगारी सबसे पहले खेदारु तुरहा के घर से उठी, जो पल भर में ही भयावह रूप लेते हुए आसपास की 12 झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले बैठी।

इस दर्दनाक हादसे में दिलीप तुरहा, सागर तुरहा, दुर्गा तुरहा, पुर्नवासी, तारा देवी, मिथुन, डब्लू, राहुल देव और कुमार यादव सहित कई परिवारों के घर पूरी तरह जलकर खाक हो गए। झोपड़ियों में रखा अनाज, कपड़े, बर्तन और अन्य जरूरी सामान आग की भेंट चढ़ गया।

राहुल देव के घर में रखी 36 हजार रुपये की नकदी भी जलकर राख हो गई। इतना ही नहीं 2 बकरियों की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस की टीम ने मौके पर पहुँच कर मामले की जाँच शुरू की है।

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बलिया में निवेश के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा, चिटफंड कंपनी के निदेशकों पर मामला दर्ज

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उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में निवेश के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। बांसडीहरोड थाना क्षेत्र में एक निजी फाइनेंस कंपनी और चिटफंड संस्था के चार निदेशकों पर धोखाधड़ी, धमकाने और मारपीट जैसे गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई कोर्ट के निर्देश पर की गई है।

यह मामला रघुनाथपुर गांव निवासी अनिल तुरहा द्वारा उठाया गया, जिन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट में पूरी घटना को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। अनिल के अनुसार, कुछ वर्षों पहले वह रोज़गार के सिलसिले में देहरादून गए थे, जहां उनकी मुलाकात ‘बंधन निधि लिमिटेड’ के शाखा प्रबंधक जोगेंद्र भरवाल से हुई। जोगेंद्र ने उन्हें पैसे दोगुने करने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया।

अनिल का दावा है कि उन्होंने न केवल खुद पैसा निवेश किया, बल्कि रिश्तेदारों और जान-पहचान के करीब 232 लोगों से भी लगभग 56 लाख रुपये की राशि कंपनी में जमा करवाई। शुरुआत में सब ठीक चला, लेकिन 13 मई 2019 को दिल्ली के रोहिणी स्थित कंपनी का दफ्तर अचानक बंद मिला और निदेशक कमल राणा, संजीत यादव, विमल यादव और सीमा यादव लापता हो गए।

इतना ही नहीं, इसके बाद जोगेंद्र ने ‘जनवृद्धि’ नाम की एक नई कंपनी खड़ी कर ली और दोबारा निवेश करवाना शुरू कर दिया। लोगों को आश्वासन दिया गया कि उनका पुराना पैसा लौटाया जाएगा, लेकिन जब भुगतान की मांग की गई तो न केवल पैसा लौटाने से मना किया गया, बल्कि अनिल को धमकियां भी दी गईं।

परेशान होकर अनिल ने न्यायालय की शरण ली, जिसके आदेश पर बांसडीहरोड पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अजय पाल ने पुष्टि की है कि मामले की छानबीन की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने क्षेत्र के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ठगी का शिकार बने निवेशक आक्रोशित हैं और ऐसी फर्जी कंपनियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह के जाल में न फंसे।

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