बलिया। बारिश का मौसम आते ही बिजली गिरने की आशंका बढ़ जाती हैं। ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन ने अपील की है कि आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को अपनाया जाएं मोबाइल में मौसम विज्ञान विभाग भारत सरकार का दामिनी और सचेत एप डाउनलोड करें, ताकि पहले से जानकारी होने पर किसी अनहोनी से बच सकें। जिला आपदा विशेषज्ञ पीयूष कुमार सिंह ने बचाव की जानकारी भी दी।
ये गलती कभी न करें –
1. वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे, मोबाइल टावर और ऊंचे मकान के नीचे शरण न लें।
2. बच्चों को बाहर न खेलने दें, लोहे की खिड़की, दरवाजे और हैण्डपम्प आदि को न छुएं।
3. धातु से बने छाते का प्रयोग न करें, लैण्डलाइन और बिजली उपकरणों का उपयोग न करें।
4. खुल वाहनों में सवारी न करें, बचाव के लिए जमीन पर न लेटें और तैराकी या नौकायन न करें।
ऐसे करें बचाव –
1. मौसम खराब होने पर किसी पक्के घर में शरण लें, आसपास सुरक्षित स्थान न होने पर दोनों कानों को बंद कर पैरों को सटा लें और घुटनों का टेक लेकर उकड़ू बैठ जाएं।
2. घरों में विद्युत उपकरणों को प्लग से अलग कर दें। यदि खेतों में हैं तो तुरन्त सूखे स्थान पर चल जाएं। हाईटेंशन तारों, पोखरों, बिजली के खंभोंऔर कटीले तारों से दूर रहें।
3. दामिनी एप का इस्तेमाल करें जो लगभग 20 से 40 किमी के क्षेत्र में संभावित लाइटनिंग अलर्ट का जारी करता है, जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने और बचाव का समय मिल जाता है।
4. सचेत एप भी डाउनलोड करें, जिससे मौसम की जानकारी और विभिन्न आपदाओं की जानकारी के साथ ही एडवाइजरी भी मिल सके। ऐसे आप आपदा से बच सकते हैं।
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