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बलियाः एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए काम तेजी से हो रहा है। इसके लिए यूपीडा के अधिकारियों ने फेफना से गड़वार के बीच में भूमि देखी थी। भूमि चयन के बाद इस दायरे में आने वाले गांवों की रिपोर्ट शासन को भेज दी है।
वहीं सर्किल रेट की भी सूची भेजी गई है। संभावना जताई जा रही है कि इसे स्वीकृति भी मिल जाएगी, लेकिन स्वीकृति मिलने के बाद किसानों के बीच भूमि देने के लिए किसानों की सहमति मिलना मुश्किल है। अब भूमि लेने के लिए किसानों को समझाया जाएगा। जनपद में प्रस्तावित पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे, गाजीपुर से बलिया के मांझी घाट तक बनने वाले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के आसपास के 20 गांवों को यूपीडा की ओर से औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए चुना गया था।
वहीं जानकारी देते हुए क्षेत्रीय कानूनगो अनुग्रह नारायण सिंह ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए 300 से 500 हेक्टेयर तक की भूमि की पैच की आवश्यकता थी। फेफना, मिठवार, पहिया, कपूरी, सहुलाई और दुमदुमा में लगभग 400 हेक्टेयर का पैच मिला था। उक्त गांवों की भूमि का सर्किल रेट भी यूपीडा को भेजा गया। गड़वार फेफना मार्ग के पश्चिम दिशा में एक और पैच देखा गया था लेकिन उसके पतला होने के कारण उसे नकार दिया गया था।
नायब तहसीलदार अजय सिंह ने कहा कि यूपीडा के अधिकारियों ने जिन गांवों को देखा था, उसकी रिपोर्ट के साथ ही सर्किल रेट भी यूपीडा को भेज दिया गया है। अब अगला आदेश मिलने पर भूमि लेने के लिए किसानों के बीच सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
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