बलिया में सीएचसी रसड़ा की हालत बद से बदतर होती जा रही हैं। जहां चिकित्सा पूरी तरह से व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की स्थानांतरण नीति की वजह से चिकित्सकों और फार्मासिस्टों की कमी है। ऐसे में मरीजों को इलाज कराने में कठिनाई हो रही है। और विभाग कागजी खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं कर रहा है।
सीएचसी रसड़ा में 5 डाक्टर तैनात हैं। उनके नियमित नहीं आने और मात्र दो फार्मासिस्टों को 36-36 घंटे तक ड्यूटी करने से उनकी कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर दवा होने के बावजूद चिकित्सकों द्वारा केंद्र की जेनरिक दवाएं नहीं लिखी जा रही है। मांग के बावजूद यहां बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई। जनप्रतिनिधि भी नासूर होती जा रही सीएचसी की दुर्व्यवस्थाओं को ठीक कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने से लोगों में आक्रोश है। इधर अधीक्षक डा. बीपी यादव ने कहा कि सीएचसी की समस्याओं से सीएमओ को अवगत कराया गया है। जल्द ही व्यवस्था में सुधार दिखाई पड़ेगा।
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