बलिया में मृत किसान भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं। इस बात का खुलासा लाभ ले रहे किसानों की सत्यापन रिपोर्ट में हुआ है। विभागीय जांच में पता चला कि सम्मान निधि का लाभ ले रहे 4 हजार 494 किसानों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 7 हजार 945 किसान भूमिहीन हैं, यानि कि कृषिभूमि न होने के बावजूद भी इनके द्वारा पीएम किसान योजना का लाभ उठाया जा रहा है।
सरकार की ओर से ऐसे ही अपात्र किसानों का डेटा संकलित किया जा रहा है। कृषि विभाग की और से जिले के 1739 राजस्व गांवों के 450191 किसानों का डाटा भूलेख अंकन के लिए डाउनलोड किया गया है। इसमें वास्तविक किसानों की संख्या 416942 है। अभी तक 174938 किसानों का सत्यापन हो चुका है। सभी का सत्यापन होने के बाद मृतक और भूमिहीन किसानों की संख्या बढ़ भी सकती है।
भूलेख अंकन के मामले में भी किसानों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अभी तक 161514 किसान यानी मात्र 38.74 फीसद का भूलेख ही पोर्टल पर अपलोड किया गया है। 242006 किसानों भूलेख अंकन क कार्य अवशेष है। जिले के किसानों ने 11वीं किस्त तक की धनराशि प्राप्त कर ली है। लेकिन कई अब तक सिर्फ 67 फीसदी किसानों ने ही ई केवाइसी कराई है। ऐसे में उनकी 12वीं किस्त अटक सकती है।
वहीं जिला कृषि उप निदेशक इंद्वाज का कहना है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त करने वाले किसानों के सत्यापन का कार्य चल रहा है। उनके भूलेख पीएम किसान सम्मान निधि के पोर्टल पर अपलोड किए जा रहे हैं। किसान उत्काल अपना भूलेख अपलोड के लिए नहीं देते तो उनकी अगली किरत रोक दी जाएगी। ई-केवाईसी में भी किसान लापरवाही कर रहे हैं। अभी तकमात्र 67 फीसद किसानों ने ही ई-केवाईसी कराया है।
मंडलायुक्त आजमगढ़ मनीष चौहान ने बलिया के पांच ग्राम पंचायतो मे उत्कृष्ट कार्य करने के…
बलिया रसड़ा मार्ग स्थित अमहर गांव में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां एक स्कॉर्पियो…
बलिया के युवा ने प्रदेश स्तर पर जिले का नाम रोशन किया है। युवा कवि…
वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 104वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। 15 मेधावी…
भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासिंग आउट परेड के बाद 456 युवा सेना में अफसर…
बलिया में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। नाबालिग के पास में…