बलिया– फेफना विधायक व सूबे के मंत्री उपेंद्र तिवारी का एक विडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस विडियो को खुद मंत्री उपेन्द्र तिवारी के फेसबुक पेज से लाइव किया गया था।
विडियो लाइव करते हुए उनके पेज से लिखा गया – आज बलिया में चितबड़ागांव स्थित क्रेय केंद्र का औचक निरीक्षण कर बड़ी अनियमितता उजागर की। मौक़े पर ही ADM से जिले के सारे केंद्रों की जाँच करके कार्यवाही करने के लिए कहा। बता दें की सोशल मीडिया पर विडियो आने के बाद लोग उपेंद्र तिवारी की खूब तारीफ़ कर रहे हैं।
क्या है विडियो में
विडियो में मंत्री जी एक्शन में नज़र आ रहे हैं। विडियो के मुताबिक मंत्री ने शुक्रवार को अपने क्षेत्र के गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगह कमियां मिलीं। क्रय केंद्रों की दुर्दशा देख नाराज तिवारी ने क्रय केंद्रों को हालात जल्द सुधारने की चेतावनी दी। मंत्री ने बताया कि क्षेत्र के लोगों द्वारा लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद यह औचक निरीक्षण हुआ।
योगी सरकार में राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने चितबड़ागांव क्रय केंद्र पर प्रभारी से पूछताछ की तो पता चला कि दो दिनों से कांटा खराब है, जबकि मौके पर कांटा सही मिला।
वहीं साढ़े छह सौ लोगों के पंजीकरण के मुकाबले 285 लोगों का गेहूं खरीदा गया है। मंत्री ने रजिस्टर देखकर छोटे-बड़े किसानों का आंकड़ा मिलाया तो देखा कि इसमें सिर्फ 80 किसान ही छोटे किसान हैं। यहां पंजीकरण के हिसाब से खरीदारी भी नहीं हो रही थी। इस केन्द्र पर मात्र 11 हजार 500 क्विंटल ही खरीद हुई थी। मंत्री ने कुछ किसानों से वस्तुस्थिति का अवलोकन भी किया।
किसान वीरबहादुर सिंह ने कहा कि खरीद हो जाने के बाद अभी तक उनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। इस पर मंत्री ने 72 घंटे के भीतर किसानों के खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश मौके पर मौजूद एसडीएम सदर व डेप्युटी आरएमओ नरेंद्र त्रिपाठी को दिया।
खरीद की सूची में दर्ज बहुता चक उपाध्याय के किसान शम्भू यादव से भी मंत्री ने फोन पर बात की। मंत्री के पूछने पर उसने बताया कि तीन बीघे गेहूं की खेती की थी, जबकि उसके नाम पर 95 क्विंटल खरीद दिखाई गई है। साथ ही तिवारी को यह भी पता चला कि बहुता चक उपाध्याय गांव भी बेल्थरारोड तहसील में ही है।
इस पर केंद्र प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई कि आखिर केंद्र के नजदीक के गांवों की खरीद प्राथमिकता के आधार पर क्यों नहीं हो पा रही है।
तिवारी ने दूसरी तहसीलों के किसानों की खरीद की जांच के निर्देश डेप्युटी आरएमओ को दिया। पंजीकृत किसान चंदन कुमार को फोन लगवाया तो उनका नंबर गलत मिला। सूची में किसान चंदन कुमार का गांव सोहांव के रूप में दर्ज था।
जबकि सोहांव से मंत्री ने पता कराया तो उस गांव में इस नाम का कोई व्यक्ति मिला ही नहीं। मंत्री ने कांटे का भी निरीक्षण किया।
जाते-जाते उन्होंने केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश नोडल अधिकारी को दिया। उन्होंने कहा कि यहां मिली कमियां यह बताती हैं कि क्रय केंद्रों पर बिचौलियों का बोलबाला है। इस पर प्रभावी कार्रवाई होगी।
बलिया जिला कलेक्ट्रेट परिसर सोमवार को छात्रों के गगनभेदी नारों से गूंज उठा, जब ऑल…
रविवार को बलिया के गड़वार शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत पियरियां गाँव में नीलम ज्ञानदीप कॉन्वेंट…
बलिया जिले में नगर पालिका परिषद के विस्तार की योजना पर अब विरोध के सुर…
बलिया जिले के फेफना थाना क्षेत्र में सोमवार तड़के करीब 2:30 बजे एक भीषण सड़क…
बलिया जिले में POCSO एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में अदालत ने दोषी को…
शनिवार को बलिया में पूर्व प्रधानमंत्री जननायक चंद्रशेखर की पुण्य स्मृति में रन फॉर बलिया'…