बलिया। जिले के नवानगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत नवनगर में नितीश कुमार 21 वर्ष के बजाय 20 वर्ष 9 माह में ही प्रधान बन गए। नितीश पर आरोप है कि उम्र में कूटरचना कर प्रमाणपत्रों को छिपाकर नामांकन किया, और चुनाव लड़ा। चुनाव भी जीत लिया।
शैक्षिक प्रमाणपत्रों में आयु 20 वर्ष 9 माह
नवानगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत नवनगर के निवासी निकटतम प्रतिद्वंदी कन्हैया पुत्र श्याम विजय ने जिलाधिकारी से शिकायत की। उन्होंने कहा कि प्रधान नितीश कुमार ने फर्जी उम्र प्रमाणपत्र के आधार पर चुनाव लड़ा और जीता।
कन्हैया ने कहा है कि निर्वाचित प्रधान नीतीश की आयु 21 वर्ष है और वह पांचवीं पास का शपथ पत्र दाखिल किए हैं। उसके मुताबिक नामांकन के समय नवनिर्वाचित प्रधान की आयु 20 वर्ष 9 माह ही है। स्कूल के प्रमाण पत्र में नीतीश की जन्मतिथि 20 जुलाई 2000 अंकित है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि नामांकन दाखिल करने का बाद साक्ष्य समेत इसकी आपत्ति रिटर्निंग ऑफिसर से की गई थी लेकिन वे शपथ पत्र का हवाला देकर टाल दिए। इस बाबत जिलाधिकारी बलिया व मुख्य निर्वाचन आयुक्त से दो बार शिकायत की जा चुकी है फिर भी किसी ने संज्ञान नहीं लिया।
स्कूल में कम लिखाई उम्र
आरोपों पर नवानगर गांव के युवा प्रधान नितीश कुमार ने बलिया खबर को बताया कि उनके पिता ने स्कूल में दाखिला कराने के दौरान उम्र कम लिखवा दी थी। लेकिन वोटर कार्ड में उनकी उम्र नियमानुसार है। मैंने करेक्शन करने के लिए बोर्ड में अप्लाई किया है जिसकी रिसीविंग भी मेरे पास है।
उन्होंने कहा कि मेरी जन्म तिथि पैन कार्ड से लेकर परिवार रजिस्टर तक सब जगह सही है चुकी मेरी जन्म तिथि दसवी में गलत लिख गई थी तो मैंने करेक्शन करने के लिए बोर्ड में अप्लाई किया है। साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल में जमकर लुट मचाई है जिसको दबाने के लिए मेरे खिलाफ वो षड्यंत्र कर रहे हैं।
एसडीएम कर रहे जाँच
एसडीएम अभय कुमार सिंह ने पूछने पर बताया कि मामला जानकारी में है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जांच की जा रही है, अगर सही पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
तस्वीरः प्रधान नितीश कुमार