बलिया में तटीय इलाके जहां बाढ़ की चपेट में हैं तो कई मैदानी इलाके कम बारिश होने से सूखाग्रस्त हैं। ऐसे में सांसद वीरेंद्र सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सूखाग्रस्त इलाकों का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की है।
उन्होंने पत्र में लिखा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र बलिया के अंतर्गत बहुत बड़े भूभाग में खरीफ कि फसल का उत्पादन होता है। बलिया लोकसभा कि बड़ी जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। इस वर्ष बारिश बहुत ही कम अथवा ना के बराबर हुई है, जिसके कारण फसलों कि बुआई नहीं नहीं हुई है, जोकि एक चिंता का विषय है।
उन्होंने सीएम से जिले के विभिन्न इलाकों का सर्वे करवा कर उन्हें सूखाग्रस्त घोषित करने और ग्रामीणों को मुआवजे देने की मांग रखी। इसके अलावा वैकल्पिक खेती के बारे भी विचार किया जाए जिससे सूखे के कारण कम पैदावार की क्षतिपूर्ति की जा सके और खाद्यान में भी संकट ना उत्पन्न हो। साथ ही जो थोड़ी बहुत फसल ग्रामीण इलाकों में बुआई की गई है, उन इलाकों में बिजली आपूर्ति की जाए।
जिससे किसान नलकूप लगा के सिंचाई कर सके, तथा जिन इलाको में नहरों से सिंचाई की व्यवस्था है, वहाँ प्रशासन द्वारा टीम गठित कर इस बात कि तहकीकात होती रहे कि नहर कहीं से टूटे ना तथा टेल तक पानी भरपूर मात्र में पहुंचे और सिंचाई की जा सके। उन्होंने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए कुछ सुझाव दिए। जिसमें नलकूपों की संख्या बढ़ाई जाए और सूखे के समय वैकल्पिक खेती योजना पहले से तैयार करने, खेती के पर्याप्त संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चिति करने की बात कही। साथ ही किसानों के खेतों में नहरों का पानी और बिजली पहुंच सके, इसकी भी उन्होंने सरकार से मांग की।
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