बैरिया के दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन से कुछ बदमाश खुद को रेलवे का अधिकारी बता कर लाखों का सामान उठा कर ले गए। बदमाश लाखों की कीमत के पुराने ईंट और टीन शेड अपने साथ ले गए। ग्रामीणों ने विरोध किया तो संबंधित लोग वहां से निकल गए। हालांकि इस बारे में आरपीएफ को कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन पर आंदोलित ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के श्रीनगर, दलछपरा, हनुमानगंज, दुर्जनपुर, नरायनगढ़, दुर्जनपुर, मूनछपरा, लक्ष्मीपुर आदि गांव के 500 यात्री जिला मुख्यालय तक हर रोज यात्रा करते हैं। लेकिन प्लेटफार्म पर कोई सुविधा न होने से यात्री परेशान होते हैंं। इसी को ध्यान में रखते हुए छपरा-बलिया रेलखंड पर रेलवे लाइन के दोहरीकरण के क्रम में नए प्लेटफार्म और नई बुकिंग खिड़की का निर्माण दलछपरा रेलवे स्टेशन पर रेलवे द्वारा कराया गया है। इसके पास में ही पुरानी बुकिंग खिड़की, स्टेशन भवन व प्लेटफार्म पर तीन शेड लगा हुआ था। इसी सामान पर बदमाशों की नजर थी।
तीन दिन पूर्व पुराने बुकिंग खिड़की व स्टेशन भवन को गिराकर 12 ट्रैक्टर ट्राली ईंट उठा ले गए। यहां तक कि स्टेशन पर यात्रियों के लिए लगाया गया टीन शेड भी नहीं छोड़ा। दूसरे दिन गांव के अमरजीत गुप्त, धनलाल यादव, शैलेश वर्मा, नीलेश गुप्ता सहित ग्रामीों ने ट्रैक्टर पर सामान ले जाने से रोका तो संबंधित लोगों ने खुद को रेलवे का अधिकारी बताया। इस पर ग्रामीण नाराज हुए, उन्होंने कहा कि बिना आईडी और अधिकारी पत्र दिखाए स्टेशन से कुछ नहीं ले जाने देंगे।
ग्रामीणों ने रेलवे के अभियंताओं पर साठगांठ का आरोप लगाते हुए रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रेल अधिकारियों से इसकी जांच कराने की मांग की। इस आरपीएफ बलिया के प्रभारी उप निरीक्षक शत्रुघ्न प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि प्रकरण के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है। ग्रामीणों की तरफ से अगर शिकायत प्राप्त होती है तो प्रकरण की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।