बेल्थरा रोड डेस्क : बेल्थरा रोड में गुरुवार को तड़के सुबह जैसे ही बिल्थरारोड तहसील खुला, फरियादी अपनी-अपनी फरियाद लेकर उनके चेंबर पर जाने लगे। इसबीच अचानक एसडीएम ने आपा खो दिया और तहसील परिसर में फरियादियों को मारना-पिटना शुरू कर दिया। इसके बाद अपनी जान बचाकर जब फरियादी भागने लगे तो एसडीएम ने दौड़ा लिया। अन्य फरियादियों पर भी एसडीएम ने जमकर लाठियां बरसाई।
इस दौरान तहसील परिसर में खड़े पुलिसकर्मी भी फरियादियों पर टूट पड़े और उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। इसके बाद एसडीएम पुलिसकर्मियों के साथ तहसील से बाहर निकल आए और जो भी दुकानें खुली मिली, उस दुकान के अंदर घुसकर उनपर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया।
इस दौरान एसडीएम दुकान के अंदर घुसकर जमकर गुंडई की और दुकानदारों का कॉलर पकड़कर उन्हें मारने-पिटने लगे। जिससे एक दुकानदार का हाथ फट गया, पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है, कोई एसडीएम को अधिकारी के वेश में गुंडा तो कोई दबंग कह रहे हैं।
पहले भी विवादों से नाता- बेल्थरा रोड एसडीएम अशोक चौधरी का मास्क पहनने के बावजूद लोगों पर लाठियां बरसाने का विडियो काफी वायरल होने के बाद अब इस मामले ने तुल पकड़ लिया है। जानकारी के लिए बता दें की एसडीएम अशोक चौधरी इससे पहले भी विवादों में बने रहे हैं ।
जब वह बैरिया में अपने कार्यकाल के दौरान तहसील के ठीक पास वाले गांव मिश्र के मठिया में लाक डाउन के शुरुआती दौर में मकान बना रहे राज मिस्त्री और मजदूरों को मास्क न पहनने व सामाजिक दूरी को लेकर बुरी तरह से मारापीटा था। लॉक डाउन के अनुपालन के लिए बैरिया तिराहे पर मास्क न पहनने वालों पर भी एसडीएम ने लाठियां बरसाई थी, इसके अलावा बाइक पर तीन सवारी व रानीगंज बाजार में बैंक जा रहे बिना मास्क के लोगों को भी मारापीटा था। स्थानीय लोगों की मानें तो एसडीएम अशोक चौधरी का किसी के साथ मारपीट करना उनकी फितरत बन गई है।
सवाल के जवाब में कन्नी काट गए एसडीएम- वहीँ जब घटना के सिलसिले में जब एसडीएम बिल्थरारोड अशोक चौधरी से संपर्क किया गया तो उन्होंने पूरी बात सुनने के बजाय बताया कि मैं अभी डीएम के साथ मीटिंग में हूं। कुछ बता नहीं सकता।
हमसे क्या भूल हुई जो हमको सजा मिली- मार खाने के बाद खून से लथपथ दुकानदार रजत का कहना है कि हमसे क्या भूल हुई है जो एसडीएम ने उनको मारापीटा। कहा कि मैं एसडीएम के खिलाफ कानून का दरवाजा खटखटाऊंगा। एसडीएम कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं बल्कि एक बदमिजाज, दबंग और गुंडा किस्म के शख्स है।
कानून सबके लिए बराबर – इस मामले पर रसड़ा क्षेत्राधिकारी कृष्ण प्रताप सिंह ने कहा है कि एसडीएम हो या फिर कोई और, कानून सबके लिए बनाया गया है। पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर मिलने पर एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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