बलिया डेस्क : बलिया के जिला अस्पताल सहित सीएचसी, पीएचसी पर एंटी रैबीज इंजेक्शन बहुत दिनों से खत्म है। कुत्ता, बंदर, सियार आदि जानवरों के काटने पर मरीज मेडिकल स्टोरों से महंगे रेट का इंजेक्शन खरीद कर लगवा रहे हैं।
ऐसे में गरीब वर्ग के लोगों को ज्यादा दिक्कत है। कब तक एंटी रैबीज का इंजेक्शन अस्पतालों मे उपलब्ध होगा, इस बारे में जिम्मेदार अधिकारी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा का मंगलवार को जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने सीएमओ डा. जितेंद्र पाल के साथ निरीक्षण किया था। उनसे भी एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने की शिकायत वहां के लोगों ने की थी। इसके बावजूद इसकी उपलब्धता नहीं दिख रही है।
आए दिन हो रही तू-तू, मैं-मैं
बलिया। जिला अस्पताल में पहुंचते है 150 मरीज जिला अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन के लिए हर दिन लगभग 150 मरीज पहुंचते हैं। इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने से यहां भी हर दिन अस्पताल कर्मचारियों और जरूरतमंद मरीजों के बीच तू-तू, मै-मै हो रही है। एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि सीएमएसडी भंडार से हर माह दस फाइल एक स्वास्थ्य केंद्र के लिए मिलती है, जो एक दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं है।
24 घंटे के अंदर लगने चाहिए इंजेक्शन
सीएमओ डा. राजेंद्र प्रसाद ने इस बारे में कहा कि कुत्ते, बंदर आदि के काटने के 24 घंटे के अंदर ही एंटी रैबीज का इंजेक्शन लग जाना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर संबंधित मरीज को आगे चलकर दिक्कत हो सकती है। शरीर में रैबीज फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। एंटी रैबीज के लिए डिमांड भेजा गया है। बहुत जल्द जनपद के सभी सीएचसी केंद्रों पर एंटी रैबीज के इंजेक्शन उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
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