बलिया डेस्क : कोरोना की वजह से एक तरफ़ जहाँ छात्रों की पढ़ाई पहले से ही अंधकार में डूबी हुई है तो दूसरी तरफ़ अब बलिया राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मामला कुछ यूँ है कि यहाँ 6 राजकीय आईटीआई संचालित हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि किसी भी शाखा में कोई प्रधानाचार्य नियुक्त नहीं है.
इसके अलावा नोडल संस्थान होने के बावजूद भी राजकीय आईटीआई बलिया भी बीते 15 महीनों से नोडल प्रधानचार्य का इंतज़ार कर रहा है. इस मामले को अब कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से उठाया गया है और ज़िलाधिकारी से इस दिशा में कार्यवाही करने की माँग की ग़ई है.
कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से जिलाधिकारी के नाम एक लेटर लिखा गया है, जिसमें बलिया के राजकीय आईटीआई की बदहाल स्थिति का ज़िक्र किया गया है. कांग्रेस ने डीएम बलिया को टैग करते हुए इस लेटर को ट्वीटर पर शेयर किया है.
इसमें बताया गया है कि कार्यदेशक मनोज सिंह प्रभारी प्रधानचार्य के तौर पर राजकीय आईटीआई इब्राहिमबाद के कार्य देख रहे हैं. उम्मीद है कि शासन प्रशासन इस दिशा में विचार करेगा और छात्रों के भविष्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ बंद होगा.
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