परिजनों ने बताया कि छठ पूजा के तैयारी के दौरान दोनों को करंट लगा था जिसके बाद दोनों को जिला अस्पताल लाया गया जहां उनकी सांस चल रही थी लेकिन यहां पर कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था. सिर्फ फार्मासिस्ट के सहारे इमरजेंसी सेवाएं चल रही थीं. जब तक डॉक्टर आए तब तक दोनों ने दम तोड़ दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने बलिया जिला अस्पताल की इमरजेंसी में जमकर तोड़फोड़ की और कई दरवाजों के शीशे तोड़ डाले.
बलिया। नारायणपुर स्थित बी.एन. इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को विज्ञान प्रदर्शनी का शानदार आयोजन किया…
चितबड़ागांव, बलिया।जमुना राम मेमोरियल स्कूल में शुक्रवार को शिक्षा के नए अध्याय की शुरुआत हुई,…
बलिया, 3 दिसंबर 2025। फेफना खेल महोत्सव 2025 के तहत आज बालिका वर्ग की कबड्डी…
थाना फेफना क्षेत्र के ग्राम पाण्डेयपुर स्थित पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय में शनिवार को पुलिस…
बलिया। जनसुनवाई को और बेहतर तथा सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते…
फेफना (बलिया)। रविवार दोपहर उपजिलाधिकारी तिमराज सिंह ने फेफना गांव पहुंचकर धान की पैदावार का…